मामला जिले के समाज कल्याण विभाग का है। बताया जा रहा है कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी हथुआ सह गोपालगंज के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी समाज कल्याण विभाग (आईसीडीएस) श्रीमती सुनैना कुमारी को अपना ही प्रभार लेने के लिए अपने ही कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक सुनैना कुमारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी हथुआ-सह-प्रभारी जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, गोपालगंज के पद पर पदस्थापित थीं। जिन्हें एक मामले में सौर बाजार सहरसा पुलिस ने 30/07/2019 को गिरफ्तार कर लिया था।
गिरफ्तारी के बाद समाज कल्याण विभाग द्वारा उन्हें निलंबित कर दिया गया था। 31/07/2019 तक वे काराधीन रहीं। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक लगभग 15 दिनों का समय लगा। जिसके बाद उन्हें 14/08/2019 को जमानत मिल गई। जमानत पर छूटने के बाद 16/08/2019 को जिला पदाधिकारी के समक्ष उन्होंने योगदान किया। निलंबन के बाद उनका योगदान जायज भी है। क्योंकि बिहार सरकार सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली 2005 के 09 (3) (i) के अनुसार सरकारी सेवक के कारावास अवधि समाप्ति के बाद निलंबन मुक्त मानकर योगदान किया जाना है।