मंगलवार को सिधवलिया बाजार स्थित स्टेट बैंक के पास लूटपाट की योजना बनाने के तीन पिस्तौल, दो कट्टा तथा 21 कारतूस के साथ गिरफ्तार किए गए सुनील कुमार महतो पर कई संगीन मामले दर्ज हैं। तरैया निवासी आरोपित ने पटना के बख्तियारपुर में अपने ही एक दोस्त की हत्या गोली मारकर कर दी थी। इस कांड का वह नामजद आरोपी है । छपरा के तरैया थाना के थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रसाद तथा पानापुर थाना अध्यक्ष रमेश कुमार महतो पर इसी वर्ष गोली चलाने के मामले में भी इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है। पानापुर में एक लूट कांड में भी इसका हाथ था। इसके अलावा बैकुंठपुर थाना में मोटरसाइकिल लूट कांड मामले में इसके खिलाफ केस दर्ज है। गिरफ्तार किए गए सुनील महतो ने पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने कई कांडों का राज खोल दिया है। अब पुलिस इसकी आपराधिक कुंडली खंगाल रही है। सुनील महतो के साथ गिरफ्तार किए गए तरैया निवासी प्रभात कुमार मांझी का भी आपराधिक रिकार्ड रहा है। इसके खिलाफ विभिन्न थाना में लूट, डकैती सहित कई संगीन मामले दर्ज है। पुलिस के अनुसार इसके खिलाफ गड़खा थाना में 2 वर्ष पूर्व 2016 में डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें यह जेल जा चुका है। 2016 में मकेर में हुए सांप्रदायिक दंगा मामले में भी यह आरोपित है। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपितों ने अपने गिरोह के सरगना का नाम भी खोल दिया है। इस गिरोह का सरगना ही इन्हें हथियार उपलब्ध कराता था। सरगना सारी व्यवस्था उपलब्ध कराने के बाद लूट में बराबर की हिस्सा लेता है। पुलिस को दिए बयान में सुनील महतो और प्रभात कुमार मांझी ने स्वीकार किया है कि उसके साथ तीन और साथी थे। जो स्टेट बैंक सिधवलिया में रेकी का काम कर रहे थे। बैंक लूट के उद्देश्य से हथियार लेकर वे लोग तरैया से सिधवलिया पहुंचे थे। जहां ग्रामीणों के खदेड़े जाने पर वे दोनों पकड़े गए तथा तीनों साथी भाग गए। भागने वालों में सिकंदर राय पिता शिवपूजन राय थाना तरैया गांव किशनपुरा, रुपेश राय उर्फ भुआरा पिता योगेंद्र राय गांव हरखुआ तरैया तथा चुनमुन शर्मा पिता हरिनारायण शर्मा भी हरखुआ का रहने वाला है । सिधवलिया थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार साह ने बताया कि इस गिरोह का सरगना धनवीर सिंह उर्फ विक्कु सिंह है। यह अंधवाड़ी डुमरी का रहने वाला है।