थाना क्षेत्र के पैठानपट्टी गांव निवासी बच्चा चौधरी के घर धावा बोलने वाले डकैत गिरोह पर से पर्दा उठने लगा है। यहां डकैती डालने वाले दिन कुछ अनजान लोग बच्चा चौधरी के घर पर खाना मांगने आए थे। जिस पर परिवार के सदस्यों ने उन्हें खाना खिलाया था। खाना खाने के बाद ये अनजान लोग हाथ धोने के लिए घर के पीछे गए थे। अनजान लोगों के जाने के बाद इसी रात बच्चा चौधरी के घर के पीछे सेंध मार कर डकैत घर में घुसे थे। डकैती के दौरान बच्चा चौधरी की बहू रामवती देवी को गोली मारने के बाद चार लाख की संपत्ति लूट कर घर के पीछे स्थित चंवर के रास्ते फरार हो गए थे। सभी डकैत नंगे पैर थे। उन्होंने चप्पल या जूता नहीं पहना था। जिससे अब शक की सूई नट गिरोह की तरफ घूमने लगी है। इसी बीच डकैती की सूचना मिलने पर शुक्रवार की देर शाम पैठानपट्टी गांव पहुंचे सारण डीआइजी विजय कुमार तथा पुलिस अधीक्षक राशीद जमा ने मामले की जांच पड़ताल किया। इस दौरान उन्होंने परिवार के सदस्यों से भी घटना के बारे पूरी जानकारी लिया। डीआइजी ने चंवर में डकैतों के पैरों के निशान को भी देखा। परिजनों ने डीआइजी को बताया कि घटना वाले दिन कुछ लोग उनके घर पर आकर खाना मांग रहे थे। इसके बाद उन लोगों ने घर के पीछे जाकर वहां लगे चापाकल पर पानी पीया। घर के सदस्यों ने बताया कि डकैती करने के बाद भाग रहे डकैतों का पीछा भी किया गया था। वे सभी नंगे पैर थे तथा घर के पीछे चंवर से होकर वे भाग गए। इस दौरान डीआइजी ने घटना को अंजाम देने वाले डकैतों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने एसपी को अपराधियों के पैरों के निशान की फोरेंसिक जांच कराने का भी निर्देश दिया।