बैकुठंपुर थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो पर थाना परिसर से जब्त शराब को बेचने का आरोप पूर्व भी लगा था। हालांकि उन आरोपों में किसी प्रकार का कोई सुबूत नहीं होने के कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। लेकिन तीस सितंबर की रात शराब को थाना परिसर से बोलेरो में लादकर भेजने की जानकारी जैसे की पुलिस अधीक्षक राशिद जमां को मिली उन्होंने इसकी जांच शुरू कर दी। जांच में थानाध्यक्ष व एएसआइ के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य सामने आने के बाद मंगलवार की रात थानाध्यक्ष तथा एएसआइ को गिरफ्तार कर लिया गया। तब तक पुलिस ने थाना परिसर से जब्त शराब को लेकर जाने वाले बोलेरो पिकअप चालक को भी गिरफ्तार कर लिया था। सूत्र बताते हैं कि गिरफ्तार करने के बाद तीनों को नगर थाना लाया गया। जहां एसडीपीओ नीरज कुमार तथा नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने उनसे घंटों पूछताछ किया। सबूत तथा पूछताछ में मिली जानकारी के तार से तार को जोड़ने के बाद थानाध्यक्ष, एएसआइ पर प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने इन दोनों को निलंबित करते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस मामले में थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो, एएसआइ सुधीर कुमार, चालक कन्हैया शर्मा व बोलेरो पिकअप के मालिक द्वारिका सिंह व एक अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कड़ी निगरानी में रखा गया था थानाध्यक्ष व एएसआइ को:
नगर थाना परिसर में बुधवार की दोपहर तक बैकुठंपुर थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो से पूछताछ करने के बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा में एक कमरे में बंद कर रखा गया था। पूछताछ के दौरान यह साफ हो गया था कि थानाध्यक्ष का शराब कारोबारियों से गठजोड़ काफी गहरा है। जिसे देखते हुए थानाध्यक्ष की सुरक्षा को लेकर पुलिस विशेष रूप से सतर्क रही। जिस कमरे में थानाध्यक्ष को बंद किया गया था उसके नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार, जादोपुर थानाध्यक्ष रामसेवक रावत, सब इंस्पेक्टर रितेश कुमार सिंह व अनिल कुमार सहित काफी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया था।
थानाध्यक्ष व एएसआइ के मोबाइल रिकार्ड खंगाल रही पुलिस:
बैकुठंपुर थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो तथा एएसआइ सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद अब पुलिस उन दोनों के मोबाइल फोन का रिकार्ड खंगाल रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थानाध्यक्ष का बैकुठंपुर सहित सारण जिले के कई बड़े शराब तस्करों से लिंक होने की बात भी सामने आ रही है। जिसको लेकर उनका मोबाइल रिकार्ड भी खंगालने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके बाद अन्य दोषी लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई किया जाएगा।
थानाध्यक्ष व जमादार के ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई का छापा:
शराब तस्करी के मामले में गिरफ्तार थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो के कई ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई टीम छापेमारी कर रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि थानाध्यक्ष की गिरफ्तारी होने के बाद आर्थिक अपराध इकाई की तीन टीम राज्य के विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। छापेमारी के दौरान बेतिया जिले के बगहा स्थित थानाध्यक्ष के पैतृक गांव, थाना परिसर में स्थित थानाध्यक्ष के आवास तथा पटना में भी छापेमारी चल रही है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक राशीद जमां ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई की टीम छापेमारी कर रही है। थानाध्यक्ष व जमादार के बैंक एकाउंट को भी खंगाला जा रहा है।
अनुसंधान के लिए बैकुठंपुर पहुंची फारेंसिक टीम:
बैकुठंपुर थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो व जमादार सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद जांच में तेजी लाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक राशीद जमां ने मुज्जफ्फरपुर से फारेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया है। यह टीम बैकुठंपुर थाना परिसर में पहुंच कर जांच पड़ताल कर रही है। एसडीपीओ विनय तिवारी ने बताया कि थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो ने पूछताछ के दौरान काफी जानकारी दी है। माल खाना से कितनी शराब निकाली गई थी इन सब पहलुओं की जांच के लिए फारेंसिक टीम बुलाई गई है। यह टीम बैकुठंपुर थाना परिसर में जहां शराब रखी गई थी उस गोदाम की जांच करेगी। इसके ही थाना से शराब की ब्रिकी कब से की जा रही थी इसकी भी जांच करेगी।
थाना के मुंशी व जवानों से भी होगी पूछताछ:
थाना में जब्त शराब की बिक्री का खुलासा होने के बाद पूरा पुलिस महकमा सकते में हैं। थाना परिसर में वाहन बुलाकर जब्त शराब की बाहर डिलीवरी की जाती थी। लेकिन इसके बाद भी किसी ने इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को नहीं दिया। जिससे देखते हुए अब इस थाना में तैनात जवान व अन्य पदाधिकारी भी शक के दायरे में आ गए हैं। सूत्र बताते हैं कि थाना में तैनात मुंशी से लेकर सभी जवानों से जांच टीम जल्द की पूछताछ कर सकती है।