जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर के निर्देश के बाद सोमवार को शहर में नियमों को ताक पर रखकर चलाए जाने वाले नर्सिंग होम के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान शहर के कई बड़े चिकित्सकों के आधा दर्जन नर्सिंग होम को सील कर दिया गया। जिन नर्सिंग होम के विरुद्ध यह कार्रवाई की गई है वहां बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जैव चिकित्सा अपशिस्ट नियमावली 2016 के प्रावधानों का अनुपालन नहीं किया जा रहा था। छापेमारी टीम में सिविल सर्जन के अलावा कई वरीय पदाधिकारी शामिल थे।
छापेमारी टीम में शमिल सदर अंचल के सीओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश के बाद सिविल सर्जन डॉ नंदलाल प्रसाद, बीडीओ पंकज कुमार शक्तिधर व नगर थाना की पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस टीम ने जिला मुख्यालय में चल रहे तमाम नर्सिंग होम, निजी अस्पताल, क्लिनिक व डायग्नोस्टिक सेंटरों में इस बात की जांच किया कि वहां बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जैव चिकित्सा अपशिस्ट नियमावली 2016 के प्रावधानों का अनुपालन किया जा रहा है या नहीं। जहां इस नियमावली का उल्लंघन करते नर्सिंग होम को पाया गया, उन्हें सील करने की कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि आगे भी तमाम नर्सिंग होम व क्लीनिकों की जांच की कार्रवाई जारी रहेगी।
इन नर्सिंग होम के विरुद्ध की गई कार्रवाई
– स्टेशन रोड स्थित जगदंबा नर्सिंग होम
– ओम साई नर्सिग होम
– डॉ सारिका गुप्ता नर्सिंग होम
– डॉ पूजा गुप्ता नर्सिंग होम
– डॉ एम हक नर्सिंग होम
– डॉ राजेन्द्र ठाकुर नर्सिंग होम