भोरे में शराब पीने के आरोप में एक निजी कंपनी के एमडी को पूरी रात हाजत में बंद रखने और फिर एक लाख रूपए लेकर उन्हें छोड़े जाने के मामले में एसपी राशिद जमा ने भोरे के थानेदार अजीत कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। एसडीपीओ को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश एसपी ने जारी किया है।
जानकारी के अनुसार गत 28 अक्टूबर की शाम भोरे थानाध्यक्ष अजीत कुमार सिंह तथा पुलिस टीम ने भोरे के खजुरहां में एक ऑर्केस्ट्रा के ऑफिस छापेमारी की थी। जहां पुलिस ने 64 कार्टन शराब बरामद किया। पुलिस ने जिस समय छापेमारी की, उस समय वहां एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के एमडी हुस्सेपुर निवासी प्रवीण कुमार उपाध्याय को भी हिरासत में ले लिया। साथ ही उनकी नई बोलेरो को भी पुलिस थाने लेकर चली आयी। रात के साढ़े नौ बजे पुलिस ने प्रवीण उपाध्याय का मेडिकल जांच कराया। जिसमें शराब नहीं पीने की पुष्टि डॉक्टरों ने की। इसके बाद भी उन्हें पूरी हाजत में बंद रखा गया। साथ ही उन्हें शराब के मामले में फंसा कर जेल भेजने एवं बोलेरो को थाने में सड़ा देने की धमकी दी गई। अगली सुबह उन्हें पुलिस ने छोड़ दिया गया। तब थानेदार पर यह आरोप लगा कि एक लाख रुपया लेने के बाद प्रवीण उपाध्याय को पुलिस ने छोड़ा। बाद में इस संबंध में वरीय पुलिस पदाधिकारियों को भी ई-मेल से पूरे घटना की जानकारी दी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने थानाध्यक्ष अजीत कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। फिलहाल प्रभारी थानाध्यक्ष के रूप में एसआइ संजय कुमार को कार्यभार सौंपा गया है।