सासामुसा के लिए 20 दिसंबर की रात जिले के लिए काला इतिहास साबित हुआ. अब चीनी मिल के चालू होने के आसार खत्म होने लगे हैं. चीनी मिल के प्रबंध निदेशक महमूद अली की ओर से किसानों के बीच बांटी जा रही पर्ची के पीछे का सच कुछ और ही है. चीनी मिल के मालिक को किसान फैक्टरी बंद होने का जिम्मेदार न मान बैठें, इसके लिए यह पर्ची बांटी जा रही. फैक्टरी को चलाने में घाटा था. मालिकों से जुड़े करीबी सूत्रों का मानना है कि चीनी मिल में हुए उपद्रव की घटना से मालिक काफी आहत में हैं. मिल चलाने की उम्मीद अब नहीं है. सूत्र बताते हैं कि वर्ष 2015 में ही चीनी मिल को बंद करने का निर्णय मिल के अधिकारियों ने लिया था.
सरकार की ओर से पहल किये जाने के बाद चीनी मिल की सत्र को चालू किया गया था. इस बार हादसे के बाद मिल मालिक की तरफ से एक पत्र गन्ना उद्योग विभाग के प्रधान सचिव को लिखा गया था. सरकार ने मांग को लेकर चुपी साध ली. सरकार मांग को मनेगी, तभी मिल को चालू करने के प्रति मालिक की तरफ से पहल हो सकती है.
कुचायकोट: सासामुसा चीनी मिल के चालू होने के आसार खत्म!
जेल से निकलने के बाद कोलकाता चले गये मालिक: चीनी मिल के ब्यालर का क्वाड फटने के कारण नौ मजदूरों की मौत व तीन मजदूरों को जीवन के लिए महीनों जूझना पड़ा. इस घटना के बाद इलाके के लोगों ने बेकाबू होकर चीनी मिल में तोड़फोड़ की. मिल में उपद्रव के दौरान चीनी मिल मालिक को मारने पर उपद्रवी उतारू थे.
मिल में तोड़फोड़ और उपद्रव में दो करोड़ से अधिक की क्षति हुई. मिल मालिक के घर पर उपद्रव के समय पुलिस तमाशबीन बनी रही. उपद्रवियों के तांडव से मिल मालिक सदमे में थे. इस बीच पुलिस ने 22 दिसंबर को चीनी मिल मालिक महमूद अली व उनके पुत्र खाबर अली, जिशान अली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल में पांच जनवरी तक जेल में रहना पड़ा. इस दौरान मिल मालिक को कम सदमा नहीं था. जेल से निकलने के बाद सासामुसा रात में पांच जनवरी को पहुंचे और परिवार के साथ कोलकाता चले गये.
चीनी मिल की डिमांड पूरा होना मुश्किल: चीनी मिल के मालिक की डिमांड पर फैसला लेना हाई लेवल का है. जो डिमांड सरकार के पास रखी गयी है, उसे पूरा कराना संभव नहीं होगा. चीनी मिल प्राइवेट संस्था है. इसकी जानकारी देते हुए सहायक निदेशक गन्ना उद्योग विभाग एसएन लाल की मानें तो विभाग की तरफ से हाई लेवल जांच टीम 11 जनवरी को प्रधान सचिव के नेतृत्व में तकनीकी अधिकारियों ने जांच की है. जांच में चीनी मिल प्रबंधन को 23 फाॅल्ट पर काम कराने के बाद फैक्टरी चलाने को कहा जा चुका है. हमारे तरफ से कोई आपत्ति नहीं है.
क्या है चीनी मिल मालिक की मांग
चीनी मिल प्रबंधन व कर्मियों को मिले सुरक्षा
मिल मलिक व पुत्रों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी वापस हो
चीनी मिल को 25 करोड़ का सब्सिडी पैकेज मिले
प्रोडक्शन पर वर्ष 2021-22 तक के जीएसटी को मुक्त किया जाये
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