जिले में पुरानी व्यवस्था के आधार पर बालू की बिक्री शुरू हो गई है। हालांकि, मंगलवार को पहले दिन कम बालू की ही बिक्री हुई। जिला खनन पदाधिकारी परमानंद साह ने बताया कि पुरानी व्यवस्था पर बालू की बिक्री शुरू हो गई है। हालांकि, अब ट्रक से बालू की ढुलाई करने वाले वाहन में जीपीएस लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। एक-दो दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
} सरकार ने बालू के अवैध खनन, परिवहन, भंडारण खरीद-बिक्री को समाप्त करने के उद्देश्य से नई बालू नीति 2017 बनाई।
} बालू घाटों के बंदोबस्तधारी खनन व्यवसायियों ने किया विरोध, नई बालू नीति के खिलाफ गए न्यायालय
} 05दिसंबर-प्रथमदृष्टया पटना हाईकोर्ट ने नई नीति को गलत कहा। तत्काल रोक लगाने का आदेश दिया। तत्काल बालू के खनन टेंडर पर रोक लगा दी गई। अगली सुनवाई 23 जनवरी को है।
} 12दिसंबर-बालू व्यवसायियों के समर्थन में प्रमुख विपक्षी दल राजद सामने आया। 21 दिसंबर को किया बिहार बंद।
} 15दिसंबर-सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य सरकार ने की याचिका ठुकराई। सुप्रीम कोर्ट ने पुरानी बालू नीति को ही उचित बताया।
} 19दिसंबर-राज्यभर में ट्रांसपोर्टरों ने किया सरकार का विरोध। दानापुर, मनेर, कटिहार, पटना, बिहटा, आरा, भोजपुर, वैशाली में हिंसक प्रदर्शन- आगजनी-विरोध
} 20दिसंबर-पूरे मामले पर सरकार ने यू-टर्न लिया। मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता की। कहा राज्य में अब बालू का कारोबार पुरानी नियमावली के तहत ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन बालू घाटों की बंदोबस्ती विभाग ने पिछले दिनों रद कर दी थी, उसे शीघ्र पुर्नबहाल किया जाएगा।
} 21दिसंबर-बिहार बंद से राज्यभर में अफरातफरी रही। हिंसक प्रदर्शन हुए
} 24दिसंबर-बिहटा के निसरपुरा बफर स्टॉक से नई-पुरानी नीति के परिदृश्य में अराजकता का आरोप
} 26दिसंबर-विभाग पर नियमों को उलझाने का आरोप लगाया। लघु खनिज व्यवसायी संघ ने की प्रेसवार्ता। जनवरी के दूसरे सप्ताह में राज्य भर में बफर स्टॉक को जबरन सील करने की घोषणा।
} 28-दिसंबर- सरकार ने शुरू की ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया। पुरानी नियमावली पर अमल पर सरकार आगे बढ़ी।
} 30दिसंबर-ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन ने भी दबाव बढ़ाया।
} 03जनवरी-खनन विभाग में बैठकों का दौर जारी। कई तकनीकी पहलुओं पर बैठक।
} 08जनवरी- बालू घाट खोला गया। सचिव स्तर से आदेश जारी। कई महीनों से ठप विनिर्माण क्षेत्र को वापस मिली सांस
^मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत हस्तक्षेप के बाद ही बालू संकट खत्म हुआ है। प्राकृतिक दोहन और अवैध व्यापार की उनकी संवेदना का हम सम्मान करते हैं। जीपीएस की व्यवस्था सही है। विपिनकुमार, मीडिया प्रभारी, लघु खनिज व्यवसायी संघ
^हममुख्यमंत्री को बधाई देते हैं। उनके व्यक्तिगत प्रयासों से बालू संकट दूर हुआ है। खनन करनेवालों को प्रकृति का सम्मान करना चाहिए। वैध तरीके से ही व्यापार करें इसी में राज्य का विकास है। पीकेअग्रवाल, बिहार चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज, पटना
Leave a Reply