थावे जंक्शन के उत्तर स्थित ढाला संख्या 18 सी/2 टी को खुलवाने की मांग को लेकर सेमरा के ग्रामीणों का अनशन लगातार तीसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा। इसी बीच अनशन पर बैठे शंभू प्रसाद, अली अतहर तथा अमिर हसन की तबीयत बिगड़ गई। जिसकी जानकारी होने पर चिकित्सकों की टीम ने इनके स्वास्थ्य की जांच किया। ग्रामीणों के अनशन के तीसरे दिन मंगलवार को अ¨हसा सेना के संयोजक रामकुमार मांझी ने भी ग्रामीणों के साथ अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठ गए। इस मौके पर अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि सेमना गांव के समीप ढाला को बंद कर दिए जाने से कई गांवों के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। सेमरा, इंदरवा, उसरा टोला, पाखोपाली, राहिल सहित कई गांवों के ग्रामीणों को थावे प्रखंड मुख्यालय तथा बाजार जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के जमाने से सेमरा गांव के समीप रेलवे ढाला से लोग आते जाते रहे हैं। इसी बीच रेल प्रशासन ने इस ढाला को बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि ढाला को खोलने के लिए रेलवे के वरीय पदाधिकारियों को कई बार आवेदन दिया गया। जिला प्रशासन को भी आवेदन दिया गया। लेकिन इसके बाद भी रेलवे ढाला खोलने की पहल नहीं की गई। उन्होंने यह एलान किया कि जब तक बंद किए गए रेलवे ढाला को खोलने की पहल नहीं की जाएगी तब तक अनशन जारी रहेगा।