सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में शनिवार की सुबह इलाज के दौरान एक कैदी की मौत हो जाने के बाद उग्र लोगों ने सदर अस्पताल में जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान उग्र लोगों ने आरोप लगाया कि जेल में रहने के दौरान जेल प्रशासन के द्वारा कैदी से मारपीट की गई है। हालांकि प्रदर्शन कर रहे उग्र लोगों को एसडीपीओ व एसडीओ के द्वारा समझा बुझा कर शांत करा दिया गया।
बताया जाता है कि जादोपुर थाना क्षेत्र के जादोपुर गांव निवासी राजेंद्र साह के पुत्र कुंदन कुमार को कुछ दिन पूर्व पुलिस ने पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस दौरान वह करीब पंद्रह दिनों से चनावे मंडल कारा में बंद था। इसी बीच बुधवार को कैदी कुंदन कुमार की तबीयत बिगड़ने के बाद जेल प्रशासन ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई। कैदी की मौत होने के बाद कैदी के परिजनों सहित गांव के दर्जनों लोग सदर अस्पताल परिसर में पहुंच कर हंगामा करने लगे। हंगामा कर रहे ग्रामीण व माले नेताओं ने आरोप लगाया कि जेल में बंद कैदी कुंदन को जेल प्रशासन के द्वारा प्रताड़ित किया गया है। जिससे उसके शरीर पर दर्जनों जख्म के निशान बन गए हैं। प्रदर्शन की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीपीओ नीरज कुमार ¨सह, सदर एसडीओ शैलेश कुमार दास व जादोपुर थानाध्यक्ष रामसेवक रावत ने उग्र लोगों को समझा बुझा कर शांत करा दिया।
कैदी के शरीर पर थे दर्जनों जख्म के निशान
सदर अस्पताल में मृत कैदी कुंदन साह के शरीर पर दर्जनों स्थान पर जख्म के निशान थे। जिसे देखकर परिजनों को अंदेशा है कि जेल प्रशासन के द्वारा कैदी के साथ मारपीट किया गया है। जख्म ज्यादा होने के कारण उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कैदी की मौत के बाद सदर एसडीओ ने आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच कर दोषी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।