सर्द हवा से बढ़ी कनकनी, पारा का गिरना जारी, कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित, दिन में भी छूटती रही लोगों की कंपकंपी
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अब सुबह साढ़े नौ बजे खुलेंगे विद्यालय:
गोपालगंज : जिले में कड़ाके की ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी अरशद अजीज ने सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों के खुलने व बंद होने के समय में परिवर्तन करने का निर्देश शिक्षा विभाग को दिया है। इस निर्देश के अनुसार अब जिले के सभी सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूल सुबह साढ़े नौ बजे खुलेंगे तथा दोपहर बाद तीन बजे बंद होंगे। यह आदेश कक्षा एक से लेकर 12वीं तक सभी विद्यालयों पर लागू होगा। मंगलवार से जिले में ठंड का प्रकोप अचानक बढ़ गया है। ठंड का असर लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। जिसे देखते हुए जिलाधिकारी अरशद अजीज ने बुधवार को सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों को अगले आदेश तक शिक्षण कार्य सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक करने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी के इस निर्देश के आलोक में अब कक्षा एक से बारहवीं तक सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक चलेंगे।
ग्रामीण बाजारों की भी रौनक गायब:
गोपालगंज : कड़ाके की ठंड लगातार जारी रहने से जिले के ग्रामीण इलाकों के बाजार की भी रौनक गायब हो गई है। ग्रामीण क्षेत्र के काफी कम लोगों के बाजारों में आने से व्यवसाय भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कड़ाके की ठंड के कारण कुचायकोट, सासामुसा, जलालपुर, बरौली, सिधवलिया, मीरगंज, दिघवा दुबौली, कटेया, पंचदेवरी, मांझा, हथुआ के बाजारों में दोपहर तक सन्नाटे की स्थिति देखने को मिली। इस स्थिति से इन बाजारों के व्यवसायी भी परेशान रहे।
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सदर अस्पताल में अलाव के सहारे कट रही रात:
गोपालगंज : कड़ाके की ठंड सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के साथ ही डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मियों पर भी भारी पड़ रही है। घर से लाए गए रजाई से मरीजों की रातें कट रही है तो मरीजों के साथ आए परिजनों की रातें अलाव के नाम पर जलाए जा रहे बगास (चीनी मिल की भूसी) के सहारे कट रही है। सदर अस्पताल में बगास जलाकर अलाव जलाने का कोरम पूरा कर लिया गया है। सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन बताते हैं कि बगास से आंच कम धुआं अधिक निकलता है।
गर्म कपड़ों की बढ़ी मांग
गोपालगंज : जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी हाट बाजारों में गरम कपड़ों की मांग बढ़ गई है। दुकानदारों के द्वारा ऊनी कपड़ों का भंडार भी मौसम को लेकर पहले से ही कर लिया गया है। लेकिन शुरू में गर्म कपड़ों की बिक्री कम रही। इधर दो दिन से पड़ रही कड़ाके की ठंड के कारण गर्म कपड़ों की मांग काफी बढ़ गई है। स्वेटर, गुलबंद, जैकेट, टोपी, हाईनेक, टाउजर समेत ऊनी शर्ट व जिंस भी खूब बिक रहे है। भले ही अन्य दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ कम है, पर गर्म कपड़ों की दुकानों पर लोगों की भीड़ लग रही है।
ठंड में लापरवाही नहीं बरतें नहीं तो हो जाएंगे बीमार
गोपालगंज: कड़ाके की ठंड में थोड़ी सी भी लापरवाही स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। ऐसे में इस मौसम में चिकित्सक शरीर को गर्म कपड़ों से ढक कर रखने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सक डॉ. जेजे शरण ने बताया कि ठंड में ओढ़ने पहने में कोताही स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। इस मौसम में सर्दी खांसी, बुखार, सांस संबंधित बीमारियों तथा निमोनिया का प्रकोप बढ़ जाता है।
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अब सुबह साढ़े नौ बजे खुलेंगे विद्यालय:
गोपालगंज : जिले में कड़ाके की ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी अरशद अजीज ने सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों के खुलने व बंद होने के समय में परिवर्तन करने का निर्देश शिक्षा विभाग को दिया है। इस निर्देश के अनुसार अब जिले के सभी सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूल सुबह साढ़े नौ बजे खुलेंगे तथा दोपहर बाद तीन बजे बंद होंगे। यह आदेश कक्षा एक से लेकर 12वीं तक सभी विद्यालयों पर लागू होगा। मंगलवार से जिले में ठंड का प्रकोप अचानक बढ़ गया है। ठंड का असर लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। जिसे देखते हुए जिलाधिकारी अरशद अजीज ने बुधवार को सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों को अगले आदेश तक शिक्षण कार्य सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक करने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी के इस निर्देश के आलोक में अब कक्षा एक से बारहवीं तक सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक चलेंगे।
ग्रामीण बाजारों की भी रौनक गायब:
गोपालगंज : कड़ाके की ठंड लगातार जारी रहने से जिले के ग्रामीण इलाकों के बाजार की भी रौनक गायब हो गई है। ग्रामीण क्षेत्र के काफी कम लोगों के बाजारों में आने से व्यवसाय भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कड़ाके की ठंड के कारण कुचायकोट, सासामुसा, जलालपुर, बरौली, सिधवलिया, मीरगंज, दिघवा दुबौली, कटेया, पंचदेवरी, मांझा, हथुआ के बाजारों में दोपहर तक सन्नाटे की स्थिति देखने को मिली। इस स्थिति से इन बाजारों के व्यवसायी भी परेशान रहे।
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सदर अस्पताल में अलाव के सहारे कट रही रात:
गोपालगंज : कड़ाके की ठंड सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के साथ ही डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मियों पर भी भारी पड़ रही है। घर से लाए गए रजाई से मरीजों की रातें कट रही है तो मरीजों के साथ आए परिजनों की रातें अलाव के नाम पर जलाए जा रहे बगास (चीनी मिल की भूसी) के सहारे कट रही है। सदर अस्पताल में बगास जलाकर अलाव जलाने का कोरम पूरा कर लिया गया है। सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन बताते हैं कि बगास से आंच कम धुआं अधिक निकलता है।
गर्म कपड़ों की बढ़ी मांग
गोपालगंज : जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी हाट बाजारों में गरम कपड़ों की मांग बढ़ गई है। दुकानदारों के द्वारा ऊनी कपड़ों का भंडार भी मौसम को लेकर पहले से ही कर लिया गया है। लेकिन शुरू में गर्म कपड़ों की बिक्री कम रही। इधर दो दिन से पड़ रही कड़ाके की ठंड के कारण गर्म कपड़ों की मांग काफी बढ़ गई है। स्वेटर, गुलबंद, जैकेट, टोपी, हाईनेक, टाउजर समेत ऊनी शर्ट व जिंस भी खूब बिक रहे है। भले ही अन्य दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ कम है, पर गर्म कपड़ों की दुकानों पर लोगों की भीड़ लग रही है।
ठंड में लापरवाही नहीं बरतें नहीं तो हो जाएंगे बीमार
गोपालगंज: कड़ाके की ठंड में थोड़ी सी भी लापरवाही स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। ऐसे में इस मौसम में चिकित्सक शरीर को गर्म कपड़ों से ढक कर रखने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सक डॉ. जेजे शरण ने बताया कि ठंड में ओढ़ने पहने में कोताही स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। इस मौसम में सर्दी खांसी, बुखार, सांस संबंधित बीमारियों तथा निमोनिया का प्रकोप बढ़ जाता है।