तेज प्रकाश सिंह हत्याकांड के आरोपित की धर पकड़ के लिए पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है। बावजूद इसके घटना के 24 घंटा बाद भी किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उधर शनिवार को नगर थाने की पुलिस ने जल्द ही घटना को अंजाम देने वालों की गिरफ्तारी करने का दावा किया।
शुक्रवार को हत्याकांड की प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने कांड में नामजद लोगों को चिन्हित कर उनके धर पकड़ का अभियान प्रारंभ किया। पुलिस ने पिछले चौबीस घंटे के दौरान एक दर्जन से भी अधिक स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की। लेकिन कांड में नामजद आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। उधर तेज प्रकाश सिंह के पुत्र बुलेट सिंह पटेल ने शनिवार को बताया कि मेरे पिता को पूर्व से ही भू-माफियाओं द्वारा हमले की आशंका थी। उसने बताया कि इस संबंध में परिवार के लोगों को उनके पिता ने पूर्व से ही आगाह भी किया था। ज्ञातव्य है कि भूमि विवाद को लेकर गुरुवार की रात्रि शहर के साधु चौक के समीप तेज प्रकाश सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को लेकर मृतक की पत्नी शांति देवी के बयान पर कुल 13 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी में भीखु यादव के अलावा आनंदी पाण्डेय, नागेंद्र पाण्डेय, अकलू यादव, राजा श्रीवास्तव, संतोष यादव, दीपू श्रीवास्तव, मिंटू श्रीवास्तव, नारायण श्रीवास्तव, पिंकू कुमार, रामलाल यादव, दीनानाथ मांझी तथा अभय यादव को आरोपित बनाया गया है।
अपराधियों ने पूर्व से तेजप्रकाश को मारने की बनाई थी योजना
भूमि विवाद को लेकर तेज प्रकाश सिंह की हत्या कोई अचानक नही हुई है। तेजप्रकाश सिंह को मारने के लिए पूर्व से ही योजना बनाई गई थी। हमला करने वाले आरोपियों को भी डर था कि तेज प्रकाश सिंह भी पूर्व में कुख्यात रहा है। जिसे ध्यान में रखते हुए अपराधियों ने संख्या बल के साथ उस पर हमला बोल दिया। कांड के अनुसंधानकर्ता विनय प्रताप सिंह ने बताया कि तेज प्रकाश हत्याकांड में नामजद आरोपित के साथ घटना में अज्ञात में और कौन लोग शामिल थे। इसके बारे में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।
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