सासामुसा चीनी मिल में हुए हादसे की आवाज गुरुवार को संसद में भी उठी। सांसद जनक राम ने गुरुवार को शून्य काल के दौरान चीनी मिल में हुए हादसे पर सवाल उठाते हुए चीनी मिल प्रबंधन के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की। साथ ही इस घटना में मृत लोगों के परिवार वालों को 25-25 लाख रुपये की राशि तत्काल मिल प्रबंधन व सरकार से दिए जाने की मांग की।
गुरुवार को संसद की बैठक के दौरान लोकसभा में सांसद जनक राम ने चीनी मिल में हुए हादसे में कई मजदूरों की मौत हो गई। जबकि दर्जनों मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने मृत मजदूर के परिजनों के अलावा घायल मजदूरों को इलाज के लिए तत्काल दस-दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। ताकि बीमार लोगों का बेहतर तरीके से इलाज कराया जा सके। उन्होंने चीनी मिल महाप्रबंधक, मैनेजर तथा इंजीनियरों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करते हुए कहा कि जबतक इनपर प्राथमिकी दर्ज कर आपराधिक मामला नहीं चलाया जाता, मजदूरों को इंसाफ नहीं मिल सकेगा। उन्होंने लोकसभा के स्पीकर तथा मंत्री से मजदूरों तथा चीनी मिल के कर्मचारियों को जल्द से जल्द इंसाफ दिलाने की मांग की।
माले ने चीनी मिल व जिला प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
भाकपा माले ने सासामुसा चीनी मिल में हुए हादसे व मजदूरों की मौत के लिए मिल मालिक तथा जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। भाकपा माले के जिला सचिव इंद्रजीत चौरसिया ने गुरुवार को एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि सासामुसा चीनी मिल पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। मिल में 130 रुपये से 160 रुपये दिहाड़ी पर मजदूरों को रखकर काम कराया जा रहा था। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए मिल प्रबंधन के साथ ही जिला प्रशासन भी दोषी है।
भाजपा ने की मिल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग
भाजपा ने सासामुसा चीनी मिल में हुए हादसे के लिए मिल प्रबंधन को दोषी बतातेहुए प्रबंधन पर कार्रवाई करने की मांग की है। भाजपा के जिला महामंत्री रविप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि मिल प्रबंधन के कारण ही यह घटना हुई है। उन्होंने कहा कि मिल प्रबंधन ने जो मुआवजा की घोषणा नाकाफी है।
लोजपा ने की 20 लाख मुआवजा की मांग
लोक जनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने प्रेस बयान जारी कर हादसे के लिए चीनी मिल प्रबंधन को दोषी बताते हुए मृत लोगों के परिजनों को बीस-बीस लाख तथा घायलों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
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