लश्कर-ए-तैयबा (आतंकी संगठन) से जुड़े एजेंट व नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के जिलाध्यक्ष धन्नू राजा को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया है. नगर थाना क्षेत्र के सरेया वार्ड संख्या एक से गुरुवार की देर शाम एनआईए की टीम ने गिरफ्तारी की थी. कांग्रेसी नेता को गिरफ्तार कर एनआईए पटना ले गयी. इसके बाद वहां से दिल्ली लेकर चली गयी.
पिछले 28 नवंबर को वाराणसी से गिरफ्तार लश्कर एजेंट अब्दुल नईम शेख से खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों को धन्नू राजा के संबंध में जानकारी मिली़ शेख के पास से एनआईए को भारतीय सेना और देश के कई हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के नक्शे और तस्वीर मिले थे़ इसके बाद से एनआईए धन्नू राजा की तलाश में जुटी थी. गोपालगंज के एसपी मृत्युंजय कुमार चौधरी ने एनआईए के पहुंचने और धन्नू राजा
को हिरासत में लेने की पुष्टि की है.
कार्रवाई के बाद हाई अलर्ट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की कार्रवाई के बाद गोपालगंज में हाईअलर्ट किया गया है. खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है. एसपी ने सभी थानों को चौकसी बढ़ाने के साथ ही संदिग्धों पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया है.
लश्कर का एजेंट होने की थी जानकारी
एनआईए को धन्नू राजा के बारे में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने की जानकारी पहले से मिली थी. बनारस में लश्कर-ए-तैयबा के एजेंट अब्दुल नईम शेख की गिरफ्तारी के बाद धन्नू राजा को एनआईए ने गिरफ्तार किया है़
मृत्युंजय कुमार चौधरी, एसपी, गोपालगंज
मेरा बेटा देशद्रोही नहीं हो सकता
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की कार्रवाई के बाद धन्नु राजा के पिता फिरोज आलम ने कहा कि मेरा बेटा देशद्रोही नहीं है. उसके रग-रग में देश के प्रति वफादारी है. धन्नु के पिता ने कहा कि बेटे का किसी आतंकी संगठन से कोई संबंध नहीं है. वह सिर्फ एक छात्र नेता है और गोपालगंज में कांग्रेस में एनएसयूआई का जिलाध्यक्ष है. अपने ससुराल में पहुंचे फिरोज आलम ने एनआईए की कार्रवाई से आहत थे. फिरोज को एनआईए की कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
गुरुवार की रात में एनआईए ने गिरफ्तार किया था. शुक्रवार को सूचना पिता को मिली थी. शनिवार को गोपालगंज में ससुराल पहुंचने के बाद फिरोज पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए सबसे पहले कांग्रेस कार्यालय में पहुंचे थे. जहां उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं मिली. पिता ने बताया कि पटना से एनआईए के मोबाइल से ही धन्नु ने कॉल किया था. शुक्रवार को कॉल करके धन्नु ने अपने को सुरक्षित होने की बात बतायी. इसके बाद से किसी तरह की कोई जानकारी नहीं मिल रही है. धन्नु की नानी कुरैसा खातुन को भी इसकी जानकारी नहीं है. बचपन से पालन-पोषण करके धन्नु को बड़ा करनेवाली नानी तश्कर-ए-तैयबा संगठन से जुड़े होने की बात सुनकर बेसुद पड़ी थी.
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