गोपालगंज पुलिस ने 45 वर्षीय व्यक्ति के फर्जी अपहरणकांड का खुलासा कर लिया है इस अपहरण काण्ड में अपहृत ने खुद के अपहरण की झूठी साजिश रची थी. फर्जी अपहृत कर्ज के पैसे को चुकाने से बचने के लिए अपने ससुराल में जा छुपा था. जबकि इसी व्यक्ति के अपहरण को लेकर गोपालगंज पुलिस कई दिनों तक परेशान रही.
गौरतलब है की नगर थाना क्षेत्र के सरेया निवासी विजय शाही का 45 वर्षीय पुत्र चन्द्र प्रकाश बीते 02 मई से अपने बाइक से अचानक लापता हो गए. इस व्यक्ति के लापता होते ही घरवालो ने घटना के दो दिन बाद 04 मई को नगर थाना में चन्द्र प्रकाश शाही के लापता होने और अपहरण की आशंका जताते हुए लिखित शिकायत दर्ज करायी.
नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार के मुताबिक 04 मई को सुचना दी गयी की चन्द्र प्रकाश शाही अपने बाइक के साथ लापता है. लापता होने के कई घन्टे बाद चन्द्र प्रकाश शाही ने घरवालो को अपने हाथ पैर की अंगुली काटने और मस्जिद में छुपाकर रखने की सुचना दी. इसी सुचना के बाद पुलिस ने तथाकथित अपहृत के मोबाइल सर्विलांस का सहारा लिया. और उसे अपहरण की सुचना के महज 48 घन्टे बाद ही मोतिहारी से सकुशल बरामद कर लिया.
अपहृत व्यक्ति अपने ससुराल में छुपकर पुलिस और कर्जदारों को चकमा दे रहा था. फर्जी अपहृत चन्द्र प्रकाश शाही के मुताबिक अपहरण की साजिश रचने से पहले उसने अपनी बाइक किसी अन्य को 27 हजार रूपये में बेच दिया था. इसके बाद अपने ससुराल में छुप कर रह रहा था. तभी पुलिस ने उसे बरामद कर लिया.