लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती , कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती । हरिवंश राय बच्चन की इन पंक्तियों को सच कर दिखाया है प्रखंड के देवापुर आशा रावत के टोला में पदस्थापित शिक्षक जावेद अख्तर ने। उन्होंने चौथे प्रयास में 57 वीं से 59 वीं बिहार लोक सेवा आयोग की संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में 291 वां रैंक लगाकर सफलता पाई है। ये वर्तमान में संकुल समन्वयक के पद पर कार्यरत हैं । उनकी इस सफलता के बाद प्रखंड के शिक्षकों में खुशी व्याप्त हो गई है।
शहर के जंगलिया मोहल्ले के निवासी अब्दुल अलीम के पुत्र जावेद अख्तर ने सन 1991 में मैट्रिक करने के बाद पटना साइंस कॉलेज से इंटरमीडिएट पास किया। इसके बाद पटना कॉलेज से ही सांख्यिकी विषय में स्नातक करने के बाद ये बीपीएससी की तैयारी में लग गए । 1999 में बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा में सफल होकर ये शिक्षक पद पर तैनात हुए। लेकिन उनका सपना बिहार लोक सेवा आयोग में जाने का था । इसके लिए वे परीक्षा देते रहे। लेकिन काफी कम अंतर से वे पिछड़ जाते थे । सन 2013 में भी इंटरव्यू में वे सफल नहीं हो सके । लेकिन इस बार वे अपने चौथे प्रयास में बीपीएससी परीक्षा में सफलता पाते हुए 291 वां रैंक प्राप्त किया। चौथी बार में सफलता प्राप्त कर लिए । जावेद अख्तर की इस सफलता पर शिक्षकों में खुशी व्याप्त हो गई है।