खेतों में नमी गायब होने से परेशान किसानों के लिए शुक्रवार को आसमान से अमृत बारिश हुई। पूरे दिन कभी रुक-रुक कर तो कभी तेज बारिश से गेहूं, गन्ना, दलहन व तिलहन की फसल में नई जान आ गई। बारिश से इन फसलों को काफी लाभ होगा। हालांकि बारिश के साथ कुछ इलाकों के ओलावृष्टि होने से उसकी चपेट में आने से फसलों को नुकसान होने की आशंका भी है। मौसम के बदले मिजाज से ठंड एक बार फिर वापस आ गई। तेज हवा के कारण दिन पर लोगों ने कनकनी महसूस किया। बारिश से सड़कों पर जलजमाव से राहगीरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। बारिश के कारण सट डाउन करने से शहर के कई इलाकों में बिजली गुल रही। ग्रामीण इलाकों में भी पूरे दिन बिजली कटी रही।
इस सीजन में मौसम का मिजाज किसानों के लिए शुरू से ही परेशानी का कारण बना रहा। दिसंबर तथा जनवरी माह में न तो कोहरा पड़ा और ना ही शीतलहर चली। पिछले दस साल में इस बार की जाड़े के मौसम में तापमान सबसे अधिक रहा। अधिक तापमान तथा बारिश नहीं होने से खेतों की नमी सूख जाने से गेहूं से लेकर दलहन तथा तिलहन की फसल पर असर पड़ने लगा था। किसान निजी पंप से फसलों की ¨सचाई कर उसे बचाने की जद्दोजहद कर रहे। इस बीच गुरुवार को मौसम का मिजाज बदलने लगा। गुरुवार को पूरे दिन आसमान बादल छाए रहे। हालांकि बारिश नहीं हुई। लेकिन आसमान में छाए बादल आखिरकार गुरुवार की रात बरस पड़े। गुरुवार की रात से शुक्रवार को पूरे दिन कभी तेज तो कभी रुक-रुक का बारिश होती रही। इस बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। हालांकि बारिश के साथ भोरे तथा कुचायकोट में ओलावृष्टि होने से इस इलाके के किसानों की चिंता बढ़ गई है। इस संबंध में कृषि विज्ञान केंद्र सिपाया के कृषि वैज्ञानिक डॉ.शाहिल अली ने बताया कि इस बारिश से गेहूं सहित सभी फसलों का काफी फायदा होगा। इस गेहूं में परागण का समय है। बारिश होने से परागण की प्रक्रिया और तेज होगी तथा अच्छे दाना लगेंगे। तिलहन, दलहन तथा गन्ना की फसल को भी इस बारिश से काफी लाभ होगा। लेकिन अगर बारिश के साथ ओलावृष्टि जारी रहा तो फसलों को नुकसान भी पहुंच सकता है। हालांकि इस बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से फसलों को कोई नुकसान नहीं होगा। ओला की चपेट में आई फसल पर जरूर असर पड़ेगा।
सब्जी की खेती करने वाले किसानों की चिंता बढ़ी:
बारिश के साथ ओलावृष्टि से खब्जी की खेती करने वाले किसानों की चिंता बढ़ गई। सिपाया कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. शाहिल अली ने बताया कि अगर तेज बारिश हुई तो खेत में जलजमाव के कारण सब्जी की फसल पर वितरित असर पड़ने की संभावना है। बारिश से आलू की फसल को नुकसान हो सकता है। गोभी की फसल पर भी इस बारिश का असर होगा। ओलावृष्टि के कारण सब्जी की उपज कम हो सकती है।
कीचड़ से पटी सड़कें, परेशान रहे राहगीर:
बारिश से शहर से लेकर प्रखंड मुख्यालय की सड़कों पर जलजमाव तथा कीचड़ के कारण राहगीरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। शहर के इंद्रपुर मोहल्ला, राजेंद्र नगर, अस्पताल परिसर, राजेंद्र बस स्टैंड, ¨मज स्टेडियम जाने वाली सड़क जलजमाव की चपेट में आ गई। बारिश से सिधवलिया बाजार में सड़कों की सूरत बिगड़ गई। बरौली बाजार, सासामुसा बाजार, भोरे बाजार, मीरगंज नगर की सड़कों पर कहीं जलजमाव तो कहीं कीचड़ पसर गया है। जिसे घर से अपने काम काज के लिए निकले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर के कई इलाकों में बिजली गुल:
बारिश के कारण सट डाउन कर देने से शहर के कई इलाकों में बिजली गुल रही। शहर के घोष मोड़, दरगाह रोड़, अरार मोड़, पुरानी चौक में बारिश बारिश शुरू होने के साथ सट डाउन कर दिए जाने से पूरे दिन बिजली गुल रही। ग्रामीणों इलाकों में भी बारिश का असर बिजली की सप्लाई पर पड़ा। कुचायकोट बाजार, बरौली बाजार, मांझा बाजार सहित अधिकांश ग्रामीण इलाकों में पूरे दिन बिजली कटी रही।