इंटर व मैट्रिक के रिजल्ट आने के बाद अब छात्र-छात्राओं व कॉलेज का फोकस एडमिशन की ओर है। कॉलेज भी नये सत्र में छात्र-छात्राओं के स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं। ऐसे में हथुआ स्थित ग्रामीण क्षेत्र का महत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थान गोपेश्वर महाविद्यालय भी नये सत्र के छात्र-छात्राओं के वेलकम के लिए नये सिरे से तैयार हैं। पिछले एक वर्ष से कॉलेज में छात्र-छात्राओं की सुविधाओं में विस्तार किया जा रहा है। कॉलेज में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं के लिए माहौल पहले से ज्यादा बेहतर बने, इसे ध्यान में रखते हुए विभिन्न तरह के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। हथुआ कॉलेज में पिछले एक वर्ष में हुए विभिन्न विकास कार्यो के संबंध में प्राचार्य डा बैकुंठ पांडेय ने बताया कि कॉलेज में जीर्ण-शीर्ण पड़े ऑडिटोरियम,जयप्रकाश सदन,आर्टस ब्लॉक के आठ कमरों का पूरी तरह जीर्णोधार कर दिया गया है। जिससे नये सत्र के बच्चों को काफी सहूलियत मिलेगी। कॉलेज में ऑडियो व विडियो के साथ तीन स्मार्ट क्लास का निर्माण किया गया है। इसके अलावा कॉलेज में जिम की स्थापना की गयी है। छात्राओं के लिए पेयजल व शौचालय की बेहतर व्यवस्था की गयी है। पूरे परिसर में शुद्ध व स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था कर दी गयी है। विज्ञान भवन का जीर्णोधार कर नया रूप दे दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से सभी बरामदों की ग्रिलिंग की गयी है। गेट के प्रवेश द्वार पर गार्ड रूम का भी निर्माण किया गया है। मनरेगा से कॉलेज कैंपस में मिट्टी भराई व 200 पौधरोपण भी हुआ है। कॉलेज कैंपस को सीसीटीवी कैमरा व वाईफाई से लैस कर दिया गया है। इसके अलावा विद्युत की आत्मनिर्भरता के लिए सोलर पैनल भी स्थापित किया गया है। रात्रि में पूरे कैंपस में लाइट की व्यवस्था की गयी है। नये सत्र के बच्चों को स्मार्ट आई कार्ड भी मिलेंगे। इस वर्ष फरवरी में कॉलेज में छह नये शिक्षकों ने भी अपना योगदान दिया है। जिससे कुछ हद तक शिक्षकों की कमी की समस्या को दूर किया गया। प्राचार्य ने बताया कि केमिस्ट्री विभाग के जीर्णाधार के कार्य प्रगति पर है। वहीं सभी विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। कॉलेज में खुला ओएफएसएस सेंटर कॉलेज में ऑनलाइन आवेदन जमा करने के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ओएफएसएस सेंटर अर्थात ऑनलाइन फैसीलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंटस की स्थापना की गयी है। जहां विद्यार्थियों,अभिभावकों को जानकारी व तकनीकी सहायता प्रदान किया जाएगा। कॉलेज में टेक्निकल सपोर्ट एक्जीक्यूटिव की नियुक्ति भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा किया गया है।इग्नू केन्द्र खोलने की कवायदकॉलेज में इग्नू व मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी का स्टडी सेंटर खोलने की भी कवायद की जा रही है। ताकि रेगुलर नामांकन से वंचित छात्र-छात्राएं इन केन्द्रों में नामांकन ले सके। क्या कहते हैं प्राचार्यकुलपति के दिशा निर्देश में नये सत्र में रेनोवेशन के जरिए कैंपस को बेहतर बनाया जा रहा है। ताकि छात्र-छात्राओं को बेहतर व स्वस्थ शैक्षणिक माहौल उपलब्ध कराया जा सके। इसके अलावा शिक्षकों की कमी,सभी विषयों में पीजी की पढ़ाई आदि विभिन्न समस्याओं को भी दूर करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। डॉ.बैकुंठ पांडेय,प्राचार्य,हथुआ कॉलेज