परिवार न्यायालय में चल रहे भरण पोषण वाद की पैरवी करने वाले एक अधिवक्ता के साथ सरेआम मारपीट की गई। हद तो यह कि बाद में अधिवक्ता को धमकी देते हुए आरोपित फरार हो गए। सहयोगी अधिवक्ताओं के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ। घटना को लेकर नगर थाने में तीन लोगों के विरुद्ध घटना की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार शहर के बंजारी गांव के निवासी तथा व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता अजय कुमार ओझा परिवार न्यायालय में पति-पत्नी के बीच चल रहे भरण पोषण वाद की पैरवी करने गए थे। बताया जाता है कि अधिवक्ता आरोपित की पत्नी के वकील की हैसियत से काम कर रहे थे। जैसे ही वे परिवार न्यायालय परिसर के अंदर पहुंचे महम्मदपुर थाना क्षेत्र के करसघाट कटहरिया गांव के विपिन प्रसाद ने संबंधित वाद में उन्हें पैरवी करने से रोका। अधिवक्ता ने विपिन प्रसाद की बात को मानने से इन्कार कर दिया तथा उनकी पत्नी संगीता देवी की ओर से वाद में पैरवी की। कुछ देर के बाद जब अधिवक्ता अजय कुमार ओझा वापस अपने सीट पर पहुंचे तो आरोपित विपिन प्रसाद अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ उनके सीट पर पहुंच गया तथा उनके साथ गाली-गलौज तथा मारपीट शुरू कर दी। इस बीच उसने सरेआम अधिवक्ता को देख लेने की धमकी दी। आसपास के मौजूद वकीलों तथा आम लोगों ने विवाद को शांत कराया। इस घटना के बाद अधिवक्ता के बयान पर घटना की नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। दर्ज प्राथमिकी में विपिन प्रसाद के अलावा प्रितम प्रसाद तथा भैरो प्रसाद को नामजद आरोपित बनाया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
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