अपने पुत्र व भाई की हत्या मामले में गवाही देने कोर्ट में आए ग्रामीण को वापस घर लौटने के दौरान गोली मारकर हत्या करने के बाद कुचायकोट थाना क्षेत्र के मठिया हाता गांव में फिर से तनाव व्याप्त हो गया है। मठिया हाता गांव निवासी दिनेश प्रसाद की हत्या की जानकारी मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण सदर अस्पताल पहुंच गए। ग्रामीणों में व्याप्त आक्रोश से यह साफ झलक रहा था कि चार डिसमिल जमीन पर कब्जा करने के लिए शुरू हुआ खूनी खेल मठिया हाता गांव के माहौल को अभी गरमाती रहेगी।बताया जाता है कि मठिया गांव निवासी तौली प्रसाद के पुत्र सुरेश प्रसाद को सरकार की तरफ से चार डिसमिल जमीन मिली थी। लेकिन इसी गांव के निवासी खलील उल्लाह अंसारी उर्फ गुड्डू अंसारी इस जमीन पर कब्जा नहीं करने दे रहे थे। इसको लेकर कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया था। इसी बीच कोर्ट से सुरेश प्रसाद के पक्ष में फैसला आ गया। फैसला आने के बाद बीते सात जनवरी को सुरेश प्रसाद अपने भाई दिनेश प्रसाद के पुत्र रवि प्रसाद के साथ सरकार से मिली जमीन में मिट्टी भरवा रहे थे। तभी खलील उल्लाह अंसारी वहां पहुंच गया तथा मिट्टी भरवाने से रोका तथा नहीं मानने पर अपनी रायफल से सुरेश कमकर तथा रवि कमकर को गोली मार दी। जिससे मौके पर ही चाचा-भतीजे की मौत हो गई। इनकी हत्या से तब पूरे गांव में आक्रोश फैल गया था।[the_ad id=”10743″]सैकड़ों की संख्या में उग्र ग्रामीणों ने आरोपित के घर को घेर कर आगजनी शुरू कर दी थी। दो मुर्गी फॉर्म, एक दाना प्लांट, एक गोदाम, एक पिकअप तथा तीन बाइक को फूंक दिया गया था। आरोपित खुद के बचाव के लिए घर के अंदर से फायरिंग करने लगा था। इस बीच मौके पर भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया था। उग्र ग्रामीण तीन पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त करते हुए पुलिस पर पथराव करने लगे थे। स्थिति नियंत्रण से बाहर होते देख पुलिस को तीन राउंड फायरिंग करने के साथ ही आधा दर्जन आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे। भीड़ तितर बितर होने पर पुलिस आरोपित तथा उसके परिवार के सदस्यों को ब्रजवाहन में बैठाकर सुरक्षित बाहर निकाल ले गई। चाचा भतीजा हत्याकांड में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने तत्काल खलील उल्लाह अंसारी सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। बताया जाता है कि अपने पुत्र रवि प्रसाद तथा भाई सुरेश प्रसाद हत्याकांड में गवाही देने बुधवार को दिनेश प्रसाद कोर्ट में गवाही देने आए थे। शहर से बाइक से शाम को वापस अपने घर लौट रहे थे। तभी सासामुसा हाईस्कूल के पास बाइक सवार अपराधियों ने दिनेश प्रसाद की गोली मार कर हत्या कर दिया।[the_ad id=”10743″]
हत्यारे के शिकार बने दिनेश प्रसाद के भाई को सरकार से मिली थी जमीन, इसी जमीन पर कब्जे को लेकर पुत्र व भाई की हो चुकी है हत्या
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One response to “कुचायकोट : खूनी खेल में बदला चार डिसमिल जमीन के लिए शुरू हुआ विवाद”
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