राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 28 पर छवहीं गांव के समीप अपराधियों ने जान से मारने की नीयत से सीएसपी संचालक पर फायरिंग की। फायरिंग की आवाज सुनकर सीएसपी संचालक बाइक छोड़कर मौके पर भाग निकलने में सफल हो गए। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार सोमवार की रात्रि करीब साढ़े आठ बजे थावे थाना क्षेत्र के भूसांव गाव के निवासी तथा सीएसपी केंद्र के संचालक संतोष कुमार श्रीवास्तव दानापुर स्थित मारुति सुजुकी एजेंसी से वाहन का कोटेशन लेकर अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वे कोइनी गांव के समीप स्थित गिरी पेट्रोल पंप के समीप पहुंचे, बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने उन्हें ओवरटेक कर गोलियां चलानी शुरू कर दी। लेकिन गोली बाइक पर लगी। गोली की आवाज सुनकर सीएसपी संचालक बाइक से कूद गए तथा भागकर अपनी जान बचाई। गोली कि आवाज सुनते ही राहगीर भी इकट्ठा हो गए, तबतक अपराधी मौका देखकर फरार हो गए। इस घटना की सूचना मिलते ही छवहीं गांव मे रात्रि चौपाल मे शामिल बीडीओ वेद प्रकाश भी घटनास्थल पर पहुंच गए तथा मांझा थाने को घटना की सूचना दी। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से युवक की बाइक तथा कारतूस का दो खाली खोखा बरामद किया।
अपराधियों के लिए सेफ जोन बना एनएच 28
पिछले तीन माह से लगातार एनएच 28 पर बेखौफ अपराधी लगाता आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। जिससे एनएच पर चलने वाले बाइक सवार के साथ व्यवसायियों में डर का भय बन गया है। शाम होते ही लोगों को एनएच पर चलने मे भय का आलम सताने लगा है। विदित हो की पिछले तीन माह मे एनएच 28 पर चार बड़ी घटना को अपराधियों ने अंजाम दे चुके है। गत 9 मई को कोईनी बाजार पर स्वर्ण व्यासायी कन्हैया प्रसाद की बाइक को ओवरटेक कर हथियार के बल पर अपराधियों ने जेवर सहित नगद करीब 7 लाख की संपत्ति लूट ली थी। इसी प्रकार गत 29 मई को मांझा थाना के डुमरिया गांव के कुरियर कर्मी संतोष सिंह से अपराधियों ने एक लाख नकदी लूट ली थी।
क्या कहते है थानाध्यक्ष
घटना लूट कि नीयत से नहीं कि गई है। जांच के दौरान भूमि विवाद का मामला सामने आ रहा है। पीड़ित के बयान पर थावे थाना क्षेत्र के चितु टोला गांव के आशिक मांझी सहित दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस आरोपित की धर पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।
मनीष कुमार
थानाध्यक्ष, मांझागढ़