जिले के फुलवरिया प्रखंड की गिदहां पंचायत के मुखिया पर अनियमितता बरतने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
साथ ही मुखिया अली अकबर अंसारी का नाम पांच वर्षों के लिए काली सूची में भी डाल दिया गया है। मजदूरों के बदले जेसीबी से मनरेगा योजना का कार्य कराने के मामले में उप विकास आयुक्त सज्जन आर ने उक्त कार्रवाई की है। डीडीसी ने बताया कि सात मई को उक्त पंचायत में मजदूरों के बदले जेसीबी से कार्य कराने की सूचना प्राप्त हुई। इसके बाद डीआरडीए के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी व कार्यपालक अभियंता को स्थलीय जांच के लिए भेजा गया। जिसमें गिदहां पंचायत में हथुआ शाखा नहर के आरडी नंबर 19 सवनहीं पट्टी से कटी बथुआ तक जानेवाली पईन का सफाई कार्य किया गया था। योजना दो लाख 61 हजार 348 रुपए की है। जांच में पाया गया कि कार्य स्थल पर जेसीबी से काम किया गया है।
[the_ad id=”11915″]
जबकि एमआईएस पर न ही कोई डिमांड लगाया गया है न ही मास्टर रॉल निकाला गया है। स्थल पर लगभग 80 प्रतिशत कार्य भी पूरा हो चुका था। जिससे स्पष्ट होता है कि अगर जांच नहीं की गयी होती तो डिमांड लगाते हुए गलत मास्टर रॉल निकालकर राशि का गबन किया जा सकता है। योजना की कार्यान्वयन एजेंसी ग्राम पंचायत गिदहा ही है। मनरेगा के एक्ट के तहत योजनाओं में मशीनों का प्रयोग नो परमिसेबल आइटम के तहत आता है अर्थात वर्जित है।