सिधवलिया थाना क्षेत्र के सरेया पहाड़ गांव में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के दौरान हुए विवाद की सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष पर हुए जानलेवा हमला मामले में 12 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने इस आपराधिक मामले में नामजद आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अन्य चार आरोपित की धर पकड़ के लिए पुलिस ने छापेमारी अभियान प्रारंभ कर दिया है।
जानकारी के अनुसार सरेया पहाड़ गांव से होकर गुजरने वाली सड़क का पंचायत मद से निर्माण कार्य कराया जाना था। लेकिन गांव के कुछ लोगों ने सड़क की जमीन पर अतिक्रमण प्रारंभ कर दिया। अतिक्रमण को देख आसपास के लोगों ने जब इसका विरोध किया तो इसी बात को लेकर दोनों पक्ष के लोग आमने सामने आ गए। विवाद बढ़ने के बाद दोनों पक्ष में तनाव की सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस घटना को लेकर थानाध्यक्ष सुमन मिश्रा के बयान पर सरेया पहाड़ गांव के देव महतो, बीरबल महतो, शंभु महतो, बीरेश कुमार, शशिकांत महतो, मुन्ना महतो, रवि महतो, फुलझड़ी कुमारी, कलावती देवी, सुनीता देवी, रीता देवी, नीतू कुमारी के खिलाफ जानलेवा हमला करने तथा सरकारी कार्य मे बाधा पहुंचाने की नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने गांव में छापेमारी कर थानाध्यक्ष पर हमला करने वाले बीरबल महतो, शंभु महतो, बीरेश कुमार, शशिकांत महतो, मुन्ना महतो, रवि महतो, फुलझड़ी कुमारी को गिरफ्तार कर लिया।
हमले के बाद पुलिस छावनी में तब्दील हुआ गांव:
सरेया पहाड़ गांव में थानाध्यक्ष सुमन मिश्रा पर जानलेवा हमले की घटना के बाद मौके पर पहुंचे एसपी मनोज तिवारी व एसडीपीओ नरेश पासवान मामले की जांच पड़ताल करने के बाद गांव में भारी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात कर दिया। ताकि गांव में किसी प्रकार का कोई हंगामा नहीं हो सके। ग्रामीणों ने बताया कि रास्ते पर जबरन बांस बल्ली लगाकर अतिक्रमण किया जा रहा था। जिसके बाद इस बात क सूचना पुलिस को दी गई थी।
एक माह पूर्व विवादित सड़क की हुई थी मिट्टी भराई:
सरेया पहाड़ गांव होकर गुजरने वाली सड़क पर एक माह पूर्व पंचायत के मद से मिट्टी भराई का कार्य कराया गया था। मिट्टी भराई के कार्य शुरू होने के साथ ही विवाद शुरू हो गया। गांव के लोगों ने बताया कि मिट्टी भराई के समय ही फिरंगी महतो अपने पूरे परिवार के साथ विरोध करने लगे। सड़क के मिट्टी भराई के बाद से पहले तो सड़क पर को अतिक्रमित करने का कार्य प्रारंभ किया गया।