छात्र अंकित कुमार की हत्या करने के मामले में मृत के चाचा अमरेश कुमार राम ने अपने की गांव सवनही पत्ती गांव निवासी राजकिशोर पाण्डेय, सच्चिदानंद पाण्डेय तथा हरेंद्र पाण्डेय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि दस दिन पूर्व राजकिशोर पाण्डेय ने धमकी दी थी। अंकित घर के पीछे अमरूद व पपीता तोड़कर लाया है। इसका अंजाम बुरा होगा। इसी बीच शनिवार को राजकिशोर पाण्डेय, सच्चिदानंद पाण्डेय तथा हरेंद्र पाण्डेय अंकित को पकड़कर उसे मारते पीटते हुए साथ ले गए तथा ईंट से पीट अंकित की हत्या करने के बाद ईंट शव पर गिराकर वे लोग फरार हो गए।
घर से लापता थाना क्षेत्र के सवनही पत्ती गांव निवासी छात्र 11 वर्षीय अंकित कुमार का शव रविवार को एक गन्ने के खेत से बरामद होने के बाद सोमवार को आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों ने बथुआ बाजार को बंद कराते हुए बाजार के तीन मुहानी पर छात्र के शव को रख कर सड़क को जाम कर दिया। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर आगजनी कर हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते रहे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा। करीब चार घंटे तक सड़क जाम करने से दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गईं। इसी बीच उधर से गुजर रहे जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश कुमार ने आक्रोशित ग्रामीणों से बात कर इसकी सूचना जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर को दिया। डीएम को जानकारी देने के कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी हथुआ अनिल कुमार रमन तथा एसडीपीओ हथुआ अशोक कुमार चौधरी ने आरोपितों को गिरफ्तार करने तथा मुआवजा दिलाने का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत कराया। इसके बाद ग्रामीण छात्र का शव लेकर अंतिम संस्कार करने के लिए चले गए।
सवनही पट्टी गांव निवासी बीरेश राम का 11 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार शनिवार की शाम घर से लापता हो गया था। परिजनों ने छात्र को काफी तलाशा। लेकिन उसका पता नहीं चल सका। इसके बाद परिजनों ने थाना में आवेदन दिया। आवेदन मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही थी कि इसी बीच रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि घर से लापता अंकित कुमार का शव सवनही पत्ती गांव निवासी राजकिशोर पाण्डेय व सच्चिदानंद पाण्डेय के घर की चहारदीवारी के पीछे पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव गांव लाए जाने के बाद सोमवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने बथुआ बाजार में दुकानें बंद कराकर चारमुहानी पर शव को रख कर सड़क को जाम कर दिया। ग्रामीण छात्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। चार घंटे तक सड़क जाम होने के बाद मौके पर पहुंचे एसडीओ तथा एसडीपीओ ने ग्रामीणों को समझा कर शांत कराया दिया। इसके बाद ग्रामीण शव को लेकर अंतिम संस्कार करने के लिए चले गए।
अपने गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ता था अंकित : हत्यारों का शिकार बना अंकित कुमार अपने गांव में ही स्थित सरकारी स्कूल में कक्षा तीन में पढ़ता था। छात्र की हत्या के बाद सोमवार को भी गांव में मातमी सन्नाटा पसरा रहा। ग्रामीणों ने बताया कि बीरेश राम के चार पुत्रों में अंकित कुमार सबसे बड़ा था। छात्र की मां विद्यावती देवी तथा दादी राजकली देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। अंकित के पिता बीरेश राम की कीडनी फेल हो चुकी है। इनका इलाज चल रहा है।