मांझा प्रखंड के मांझा पश्चिमी पंचायत में 2.10 लाख का घोटाला करने का मामला प्रकाश में आया है । इस पंचायत में वार्ड सचिव का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर 2.10 लाख रुपये का गबन कर लिया गया है। गबन का मामला सामने आने के बाद वार्ड सचिव ने वार्ड सदस्य तथा उनके बेटे के खिलाफ राशि गबन करने का आरोप लगाते हुए बीडीओ को आवेदन दिया है।
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत मांझा पश्चिमी पंचायत की वार्ड संख्या 10 की वार्ड सदस्य नूरजहां खातून के खाते में राशि उपलब्ध कराई गई थी । आरोप है कि इस राशि को वार्ड सदस्य के पुत्र फैयाज आलम के खाते में तीन बार में कुल 2 लाख 10 हजार रुपया ट्रांसफर कर दिया गया है। रुपये का ट्रांसफर वार्ड के सचिव दिलीप कुमार का फर्जी हस्ताक्षर कर किया गया है । तीन बार में क्रमश: 85 हजार, 25 हजार तथा एक लाख रुपये की निकासी की गई है। बताया जाता है कि जब वार्ड सदस्य के सचिव दिलीप कुमार ने चेकबुक में चेक की संख्या कम पाया तो इसकी पड़ताल किया। पड़ताल करने के दौरान इस मामले का खुलासा हुआ। रुपया गबन करने का मामला सामने आने के बाद वार्ड सचिव ने बीडीओ को आवेदन दिया है। इस संबंध में पूछे जाने पर बीडीओ वेद प्रकाश ने बताया कि इस मामले में बैंक की भी लापरवाही है। मेरे आदेश के बगैर पैसे की निकासी नहीं करनी है। लेकिन बैंक ने बिना मेरे आदेश के पैसा की निकासी करा दिया। बैंक को हस्ताक्षर के सत्यापन कर इसकी जानकारी देने के लिए कहा गया है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।