नगर थाना परिसर के एक कमरे में रह रहा इंगलैंड का एक पर्यटक पुलिस अफसरों के बच्चों को इंगलिश भाषा सीखा रहा है। इंगलैंड के 18 केवेन रोड चेस्ट फील्ड डर्बीशायर शहर के निवासी माइकल अपने देश से भारत भम्रण के लिए चला था। वह पहले इंगलैंड से नेपाल पहुंचा । फिर वहां से 22 मार्च को पूर्णिया के रास्ते उत्तराखंड के लिए बाइक से चला था। रात को वह जब गोपालगंज शहर में पहुंचा तो उसे लॉक डाउन की जानकारी हुई। इसके बाद वह शहर के होटल में ठहरने का प्रयास किया। लेकिन ,होटलों के बंद हो जाने से उसे कमरा नहीं मिला। इसके बाद वह नगर थाने में पहुंच गया। नगर थाने की पुलिस ने उसकी कोरोना टेस्ट कराने के बाद उसे सदर अस्पताल के एक कमरे में चौदह दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया।
क्वारंटाइन अवधि पूरा करने के बाद वह दोबारा नगर थाने में पहुंचा। इसके बाद थाने के इंस्पेक्टर ने उसके रहने के लिए कैंपस में ही एक कमरे का प्रबंध कर दिया। पुलिसकर्मी उसे भोजन भी करा रहे हैं। तब से वह कमरे में ही रह कर लॉक डाउन खुलने का इंतजार कर रहा है। इस दौरान वह थाने में पदस्थापित पुलिस अफसरों के बच्चों को पढ़ा रहा है। नगर इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार राय के पुत्र तनय राय व महिला थानाध्यक्ष की पुत्री जोया को माइकल अंग्रेजी भाषा सीखा रहा है। माइकल ने बताया कि हालांकि वह टाइम पास करने के लिए बच्चों को पढ़ा रहा है,लेकिन दोनों बच्चे अंग्रेजी सीखने के लिए काफी संजीदा है। जल्दी समझ व पढ़ भी लेते हैं।
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उत्तराखंड के दोस्त के पास जाने की है बेताबी : माइकल को लॉक डाउन खुलने का शिद्दत से इंतजार है। उसने बताया कि उत्तराखंड के द हरिदास रिशर्ट एनएच 121 रानीखेत रोड ,धीकुली रामनगर के निवासी संजरव कुमार शर्मा के पास जाना चाहता है। वह उसका दोस्त है। मगर जाने का कोई साधन नहीं है।