गंडक नदी की तेज धारा में दियारा इलाके में विद्युत विभाग के एक टावर के तीन दिन पूर्व ध्वस्त होने के बाद एक और विद्युत टावर पर खतरा बढ़ गया है। जिसे देखते हुए गुरुवार को जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर के नेतृत्व में बिजली विभाग के अधिकारियों की टीम दियारा इलाके के सलेमपुर घाट होते हुए ध्वस्त टावर स्थल पर पहुंची। जिलाधिकारी ने पूरे मामले की अपने स्तर पर जांच पड़ताल की तथा ध्वस्त टावर को दोबारा खड़ा किए जाने को लेकर अधिकारियों के साथ काफी देर तक मंथन किया।
गुरुवार को दोपहर बाद जिलाधिकारी सलेमपुर घाट पहुंचे। जहां वे एनडीआरएफ की वोट से बिजली विभाग तथा अन्य अधिकारियों की टीम के साथ दियारा इलाके में गंडक नदी के बहाव क्षेत्र में स्थित कटाव स्थल पर पहुंचे। मौके पर पहुंचने के बाद जिलाधिकारी ने नजदीक से कटाव स्थल का विस्तृत जायजा लिया। जिलाधिकारी ने दूसरे विद्युत टावर को बचाने के लिए कटाव रोधी कार्य को तेज करने का निर्देश दिया। साथ ही बिजली विभाग के अभियंताओं से ध्वस्त हुए टावर को दोबारा खड़ा किए जाने की दिशा में होने वाले कार्यों को लेकर विमर्श किया। जिलाधिकारी ने हर हालत में कटाव से अन्य विद्युत टावर को बचाने की दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया। ज्ञातव्य है कि तीन दिन पूर्व चार लाख केबीए के गोरखपुर-अरेराज संचरण लाइन का एक विद्युत टावर ध्वस्त हो गया था। जिसके कारण इस संचरण लाइन से विद्युत की आपूर्ति बंद हो गई थी। निरीक्षण के दौरान डीसीएलआर सदर के अलावा एनडीआरएफ के दीपक कुमार तथा बिजली विभाग के अधिकारी मौजूद थे।