जिले में पिछले एक साल में 11 से अधिक आपराधिक घटनाएं हुई हैं। जिसमें 15 से अधिक लोगों की हत्या की जा चुकी है। ऐसे में जिले में पुलिस अधीक्षक से लेकर एक-एक दारोगा तक की कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है। अगर पुलिस सक्रिय होती तो आपराधिक घटनाएं नहीं बढ़ती। जिले में वह कौन लोग हैं जो आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे है। पुलिस ने अगर अपराधियों को जेल भेजने का कार्य पूर्व में किया होता तो अपराध का ग्राफ नहीं बढ़ता। ये बातें अपने आवास पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए नगर विधायक सुभाष सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि जिले में रामाश्रय सिंह, ज्ञानदेव पुरी, महात्म चौधरी, अनिल तिवारी, शंभू मिश्रा व जेपी यादव के माता पिता व भाई सहित 15 लोगों की हत्या हुई है।
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लेकिन इन सभी मामलों में आज तक पुलिस के द्वारा कोई खुलासा नहीं किया गया। अगर पुलिस समय रहते अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया होता तो आपराधिक घटनाएं नहीं होती। लोगों का पुलिस से विश्वास उठ रहा है। भाजपा विधायक सुभाष सिंह तिहरे हत्याकांड में कुचायकोट के जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय पर प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय को बदनाम करने की साजिश हो रही है। जदयू विधायक जब खुद जांच में सहयोग करने की बात कर रहे है तो इतना बवाल क्यों। सरकार पूरे मामले में एसआइटी की टीम का गठन करें और जांच कराएं। जांच में अगर विधायक अरमेंद्र कुमार पाण्डेय दोषी है तो उनपर कार्रवाई की जाए। उन्होंने सरकार से वैसे पुलिस पदाधिकारी जो अपराधियों के प्रति सख्त कदम नहीं उठाते हैं, उन्हें जिले से हटाकर की मांग किया।