फुलवरिया प्रखंड के रामपुर गांव के समीप से गुजर रही गंडक नहर में डूबे बच्चे का शव दूसरे दिन सोमवार को भी नहीं मिला। इस बीच बच्चे की शव की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम के नहीं पहुंचने से आक्रोशित ग्रामीणों ने टायर जलाकर सड़क को जाम कर दिया। हालांकि दोपहर बाद एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने पर ग्रामीण शांत हो गए। इस बीच एनडीआरएफ की टीम ने नहर में बच्चे की तलाश किया। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका।
रविवार की दोपहर बथुआ बाजार टोला अलगटपुर गांव निवासी आलमगीर का पुत्र दस वर्षीय अफरोज आलम अपने मित्रों के साथ हथुआ नहर में स्नान कर रहा था। इस दौरान वह नहर के तेज बहाव के चलते गहरे पानी में चला गया। बच्चे को डूबते देख साथियों ने शोर मचाना शुरू किया। शोर सुन मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दिया। सूचना मिलने पर पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे बीडीओ कृष्णा राम ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से बच्चे की नहर में तलाश कराई। लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चल सका। सोमवार को भी गोताखोरों ने बच्चे की नहर में तलाश किया। इस बीच ग्रामीणों को बताया गया कि एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। लेकिन काफी देर बाद भी एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर टायर जलाकर उसे जाम कर दिया। हालांकि घंटे जाम के बाद एनडीआरएफ की टीम पहुंचने पर ग्रामीण शांत हो गए। एनडीआरफ की टीम ने नहर में बच्चे की काफी तलाश किया। लेकिन समाचार लिखे जाने तक उसका पता नहीं चला था। ना ही बच्चे का शव बरामद हो सका।