बरौली के सरेया नरेंद्र गांव के पास ट्रेलर पलटने से छह बच्चियों की मौत होने के बाद एंबुलेंस से सभी मृतक बच्चियों को शव सदर अस्पताल लाया गया। ग्रामीणों की भारी भीड़ के बीच छह बच्चियों का शव लाए जाने के बाद काफी देर तक सदर अस्पताल में अफरा तफरी की स्थिति मची रही। गांव से सदर अस्पताल पहुंची महिलाओं के चित्कार से माहौल गमगीन बना रहा। इस बीच पोस्टमार्टम के लिए बच्चियों के शव को भेजने के लिए भी पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीण बच्चियों के शव को एंबुलेंस से उतरने नहीं दे रहे थे। वे पहले मृतक के परिजन को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। जिसके कारण दो घंटे तक एंबुलेंस में बच्चियों का शव पड़ा रहा। बाद में ग्रामीणों को यह जानकारी दी गई कि जिलाधिकारी अरशद अजीज ने सभी मृतक बच्चियों के परिजन को चार-चार लाख रुपया मुआवजा देने की घोषणा कर दी गई। इसके बाद ग्रामीण शांत हो गए तथा बच्चियों के शव को एंबुलेंस से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।[the_ad id=”10743″]
सरेया नरेंद्र गांव के समीप पुलिया पर बैठीं छह बच्चियों के ऊपर ट्रेलर पलटने से इन बच्चियों की मौत से इस गांव के ग्रामीण सन्न रह गए। बच्चियों का शव एंबुलेंस से सदर अस्पताल भेजने जाने के बाद काफी में ग्रामीण भी सदर अस्पताल पहुंच गए। हादसे में मारी गई कुछ बच्चियों की मां भी सदर अस्पताल पहुंच गईं। इनके चित्कार से अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों के आंखें भी नम हो गईं। इसी बीच मुखिया नेमतारा बेगम के पति पूर्व प्रमुख आफताब आलम उर्फ कर्मचारी सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि भी सदर अस्पताल पहुंच गए। इसी बीच ग्रामीण मृतक के परिजन को मुआवजा देने की मांग करने लगे। ग्रामीणों ने शव को एंबुलेंस से उतरने नहीं दिया। मौके पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी तथा जनप्रतिनिधि ग्रामीणों को समझाते रहे। इस बीच फोन पर बात कर ग्रामीणों को यह जानकारी भी दी गई कि जिलाधिकारी अरशद अजीज तथा अन्य पदाधिकारी सरेया नरेंद्र नोनिया टोली गांव पहुंचे हैं। मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन ग्रामीण अपने मांग पर डटे रहे। बाद में मुखिया पति तथा पुलिस पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया कि जिलाधिकारी ने मृत बच्चियों के परिजनों को चार-चार लाख रुपया मुआवजा देने की घोषणा कर दी है। इसके बाद ग्रामीण शांत हो गए। एंबुलेंस से बच्चियों के शव को उतराकर पोस्टमार्टम के लिए चिराई घर भेज दिया गया।
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