शहर के स्टेशन रोड स्थित गंडक विभाग के कार्यालय परिसर में गंडक विभाग के मुख्य अभियंता के आवास में एक ठेकेदार के शरीर पर मिट्टी का तेल डाल कर आग लगा दी गई। जिससे ठेकेदार गंभीर रूप से जल गए। इस घटना के बाद मुख्य अभियंता आवास पर ताला लगाकर फरार हो गए। इस घटना के बाद ठेकेदार के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आवास के बाहर खड़े कुछ करीबी ने ठेकेदार को आवास से जबरन बाहर निकाल कर उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनकी हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। गोरखपुर ले जाने के कुछ देर बाद इलाज के दौरान ठेकेदार की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक राशिद जमां, एसडीपीओ नरेश पासवान, नगर इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार राय पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मुख्य अभियंता के आवास स्थित बैठका से एक गैलन बरामद किया है। इस बीच ठेकेदार के पुत्र ने मुख्य अभियंता पर 60 लाख रुपया बकाया भुगतान करने के लिए रिश्वत नहीं देने पर अपने पिता को जलाने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
बताया जाता है कि शहर के राजेंद्र नगर निवासी भवन निर्माण के ठेकेदार रामाशंकर सिंह गंडक विभाग परिसर में 2.25 करोड़ की लागत से एक भवन का निर्माण कराया है। इनका 60 लाख रुपया भुगतान बकाया था। भुगतान के लिए ये काफी समय से गंडक विभाग के मुख्य अभियंता मुरलीधर राम के कार्यालय तथा आवास का चक्कर लगा रहे थे। गुरुवार की दोपहर ठेकेदार रामाशंकर सिंह अपने कुछ करीबी के साथ भुगतान कराने के सिलसिले में गंडक विभाग परिसर स्थित मुख्य अभियंता के आवास पर उनसे मिलने गए थे। इसी दौरान भुगतान को लेकर ठेकेदार का मुख्य अभियंता के साथ बहस हो गई। जिसके बाद ठेकेदार के शरीर पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी गई। जिससे ठेकेदार गंभीर रूप से जल गए। ठेकेदार के चीखने-चिल्लाने पर आवास के बाहर मौजूद करीबी मौके पर पहुंच कर ठेकेदार को आवास से जबरन निकाल कर सदर अस्पताल ले गए। जहां उनकी हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। इस बीच मुख्य अभियंता व आवास पर मौजूद कर्मी आवास व गेट पर ताला बंद कर फरार हो गए। चहारदीवारी फांद कर ठेकेदार को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए। जहां उनकी हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक, एसडीपीओ, नगर इंस्पेक्टर के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने चाहरदीवारी फांद कर आवास से एक गैलन बरामद किया। इस घटना को लेकर ठेकेदार के पुत्र राणा सिंह ने मुख्य अभियंता पर अपने पिता को जलाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि भुगतान करने के लिए मुख्य अभियंता बार-बार 15 लाख रिश्वत मांग रहे थे। बताया जाता है कि गोरखपुर ले जाने के कुछ देर बाद ठेकेदार की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।