झोपड़ी में शार्ट सर्किट से आग लगने से हुई मौत मामले में मृत लोगों के परिजन को चार-चार लाख रुपये मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा। सीओ चौधरी राम ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि इस राशि के भुगतान के पूर्व कुछ कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद ही राशि का भुगतान किया जाएगा।
शुक्रवार को घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे सीओ ने अपने स्तर से आग लगने के कारणों के बारे में जांच पड़ताल की। इस बीच उन्होंने मौके पर मौजूद ग्रामीणों से भी पूछताछ की। बाद में उन्होंने बताया कि इस अग्निकांड में मृत लोगों को सरकार से मिलने वाली चार-चार लाख रुपये की राशि के संबंध में कुछ कागजी कार्रवाई की जा रही है। उसके बाद विहित प्रावधान के तहत राशि का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर मृत लोगों के अंतिम संस्कार के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन-तीन हजार की राशि का भुगतान किया गया। उन्होंने बताया कि स्थानीय मुखिया के माध्यम से कबीर अंत्येष्टी की राशि का भुगतान किया गया।
एफएसएल की टीम ने की आग लगने के कारणों की जांच:
शुक्रवार को दोपहर बाद एफएसएल मुजफ्फरपुर की तीन सदस्यों की टीम बखरी गांव में पहुंची। इस टीम ने झोपड़ी में आग लगने के कारणों की अपने स्तर पर जांच पड़ताल की। इस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर विद्युत तार से लेकर तमाम बातों की जांच की। साथ ही अलावा इसके इस टीम ने इस बात की भी जांच किया कि कहीं किसी ने जानबूझ कर आग तो नहीं लगाई। करीब दो घंटे की जांच पड़ताल के बाद शुक्रवार की शाम यह टीम वापस लौट गई।
राजद ने की घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग:
जिला राजद ने कुचायकोट थाना क्षेत्र के बखरी गांव में हुई हृदय विदारक घटना के लिए बिजली विभाग को दोषी बताते हुए पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। राजद के जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक रेयाजुल हक राजू ने मृत लोगों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये मुआवजा राशि का भुगतान करने की मांग सरकार से की। उन्होंने घटना में मारे गए मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि जिस स्थान पर यह घटना हुई है, वहां घर के ऊपर से हाई वोल्टेज तार गुजर रहा है। उन्होंने गांव के ऊपर से गुजर रहे विद्युत तार को अविलंब हटाए जाने की मांग की।