शहरी इलाके में आए दिन युवतियों के साथ हो रही छेड़खानी तथा छोटी-बड़ी आपराधिक घटनाओं पर प्रशासन ने तीसरी आंख की मदद से नजर रखने की व्यवस्था को लागू कर दिया है। इसके तहत जिला मुख्यालय के प्रमुख चौक-चौराहों पर सीसी कैमरे लगाने की योजना को तेजी से पूर्ण किया जा रहा है। इन कैमरों के माध्यम से एसपी कार्यालय से शहर के प्रत्येक चौक-चौराहे पर नजर भी रखी जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर अपराध नियंत्रण के लिए तैयार की गई कार्य योजना के तहत कई नए स्थानों पर भी सीसी कैमरे लगाने के लिए पोल अथवा टावर लगाने के कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके तहत कई स्थानों पर अस्थाई तौर पर कैमरों को स्थापित किया गया है।
शहरी इलाकों में राह चलते महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने के मामले काफी समय से सामने आते रहे हैं। इसके साथ ही चौक-चौराहों से बाइक चोरी तथा अन्य छोटी बड़ी आपराधिक घटनाओं भी होती रही है। ऐसे में इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने व्यवस्था को आधुनिक बनाने का निर्णय करीब दो साल पूर्व लिया था। पुलिस महकमे के आला अधिकारियों द्वारा इस संबंध में दिशानिर्देश जारी होने के बाद शहर के ऐसे चौराहों को चिन्हित करने का कार्य किया गया, जहां‘तीसरी आंख’के रूप में सीसी कैमरे लगाकर इन स्थानों पर नजर रखी जा सके। लंबी कवायद के बाद प्रशासनिक स्तर पर इस अभियान को मूर्त रूप देने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। तमाम चिन्हित स्थानों पर स्थाई या अस्थाई तौर पर कैमरों को लगाने के साथ ही इन स्थानों पर नजर रखने के लिए एसपी कार्यालय में ही सीसी कैमरा डिस्प्ले लगाया गया है। जहां से तमाम स्थानों पर अब सीधी नजर रखी जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर वैसे स्थान जहां अस्थाई कैमरे लगाए गए हैं, वहां टावर लगाने की योजना को भी अंतिम रूप देने का कार्य किया जा रहा है। ताकि शहरी क्षेत्र में अपराध करने वालों पर नजर रखी जा सके।