थावे थाना क्षेत्र के बेदूटोला चारमुहानी के समीप सड़क पार कर रहे एक छात्र को एक बस ने कुचल दिया। जिससे छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद भाग रहे बस का पीछा कर ग्रामीणों ने नगर थाना क्षेत्र के चौरावं गांव के समीप पकड़ कर तोड़फोड़ करते हुए बस को पलट दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने चालक की भी जमकर धुनाई कर दी। इस बीच सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों से चंगुल से चालक को छुड़ाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मृत छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजते हुए मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
बताया जाता है कि थावे थाना क्षेत्र के गोपलामठ गांव निवासी कमरुल जमा अपनी ससुराल बेदूटोला गांव में रहते हैं। इनका सात वर्षीय पुत्र शादिक अहमद थावे रेडॉक्स स्कूल में यूकेजी में पढ़ता था। शनिवार को यह स्कूल गया था। स्कूल में पढ़ाई करने के बाद यह स्कूल घर लौट रहा था। बेदूटोला चारमुहानी पर बस से उतरने के बाद छात्र घर जाने के लिए सड़क पार करने लगा। तभी गोपालगंज से तेज गति से आ रही सीटी राइड बस ने छात्र शादिक अहमद को कुचल दिया। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि इस हादसे के बाद बस लेकर भाग रहे चालक को ग्रामीणों ने नगर थाना के चौरावं गांव के समीप पकड़ कर जमकर धुनाई कर दिया। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने बस में से सवार को उतार कर तोड़फोड़ करते हुए बस को पलट दिया। इस बीच सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने चालक को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किया गया चालक शहर के राजेंद्र नगर निवासी राजेश राम बताया जाता है। पुलिस बस को जब्त करते हुए मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
नानी के घर रहकर पढ़ाई करता था छात्र
हादसे का शिकार बना छात्र अपने नाली के घर बेदूटोला में रख कर पढ़ाई करता था। बताया जाता है कि गोपालामठ गांव निवासी कमरुल जमा की शादी बेदूटोला में हुई है। शादी के बाद ये अपनी ससुराल आकर रहने लगे। वे यहां रखकर पेंटर का काम करते थे। ससुराल में ही इनके तीन बच्चे हुए। जिसमें हादसे का शिकार बना शादिक थावे रेडॉक्स स्कूल में यूकेजी में पढ़ता था। हादसे का शिकार बना शादिक अहमद अपने तौशिफ रजा तथा आतिफ रजा में मंझला था। शादिक की हादसे में मौत के बाद बेदूटोला गांव का माहौल गमगीन हो गया है। परिजन की चीत्कार से ग्रामीणों की आंखें भी नम हो गईं। इस हादसे की जानकारी होने पर गोपालमठ से भी परिजन ढांढस बांधने बेदूटोला गांव पहुंच गए।