आसपास के कुछ लोग आरी लेकर आये, तो कुछ ने जेसीबी को मंगाने का प्रयास शुरू किया. जेसीबी के आने में करीब ढाई घंटे का समय लग गया, तब तक रिजवान के लिए काफी देर हो चुका था.
जेसीबी से पेड़ की डाली को हटाया गया और कार से रिजवान को बाहर निकाला गया, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी. ग्रामीणों का कहना था कि समय पर जेसीबी आ गया होता तो शायद रिजवान की जान बच सकती थी. दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना था कि पेड़ गिर रहा था तो आसपास के लोगों ने कार को रोकने की कोशिश, लेकिन चालक समझ नहीं पाया.
बंगरा चौक से कार आगे बढ़ी, उसी दौरान पीपल का पेड़ गिर गया. हादसे की सूचना पाकर सीवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के सुरहिया गांव से काफी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच गये. रिजवान अहमद के शव को पोस्टमार्टम के लिए निजी वाहन से सदर अस्पताल भेजा गया. वहीं सीवान जिला के बड़हरिया थाना क्षेत्र के चेत छपरा गांव निवासी कार चालक 50 वर्षीय उमेश राम उर्फ सतेंद्र राम को बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर किया गया है.
ऑटोमेटिक लॉक हो गया था गेट
हार्डवेयर कारोबारी की कार पर पेड़ की डाली जब गिरी तो कार के चारों गेट ऑटोमेटिक लॉक हो गये. इसे लोग कार से हार्डवेयर कारोबारी को बाहर नहीं निकल सके और कारोबारी की जान आंखों के सामने चली गयी. घटनास्थल से ठीक पांच मीटर की दूरी पर ब्रेकर था. ब्रेकर पार करते ही पेड़ गिर गया. चालक ने पेड़ को गिरते देख गाड़ी को भगाने की कोशिश की, लेकिन ब्रेकर की वजह से रफ्तार नहीं पकड़ सकी, तबतक पेड़ की विशाल डाली कार पर गिर गयी.
हादसा होने के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क को जाम कर दिया. इससे परिचालन पूरी तरह से बंद हो गया. सड़क जाम करने की वजह घटनास्थल से ठीक 50 मीटर की दूरी पर जर्जर एक आम का पेड़ बताया गया. ग्रामीणों का कहना था कि आम का पेड़ गिरने ही वाला है. हादसा फिर न हो, इसलिए पेड़ को गिर जाने या उसे सुरक्षित काटकर हटाने के बाद ही गोपालगंज-बड़हरिया पथ पर आवागमन शुरू होने दिया जायेगा.