जिले में दूर दराज के इलाके में स्थित ईंट भट्ठा पर लॉकडाउन बेअसर है। यहां स्थित ईंट भट्ठा पर झारखंड व आसाम के मजदूरों से काम कराया जा रहा है।
काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिग का भी पालन नहीं हो रहा है। ऐसे में इन मजदूरों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। शुक्रवार को हथुआ प्रखंड के मछागर लच्छीराम चंवर में स्थित कुछ ईंट भट्ठा पर मजदूरों का झुंड ट्रैक्टर पर ईंट लोड करते दिखे। से मजदूर जिनमें महिलाएं भी थीं, एक दूसरे के पास खड़े होकर ट्रैक्टर ट्राली पर ईंट लाद रहे थे और ईंट को ढो रहे थे। झारखंड व आसाम के रहने वाले ये मजदूरों को कोरोना वायरस तथा लॉकडाउन के बारे में भी कुछ पता नहीं है। पूछने पर उन्होंने बताया कि ईंट भट्टा संचालक उन्हें घर से बुलाकर मजदूरी करा रहे हैं। ये मजदूर ईंट भट्ठा के खटाल से ईंट उठाकर ट्रैक्टर ट्राली पर लोड करते हैं और फिर ट्रैक्टर के साथ गांव के किसी दरवाजे पर जाकर ईंट अनलोड करते हैं। ऐसे में इन मजदूरों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। एक तरफ लॉकडाउन का पुलिस व प्रशासन पूरे जिले में कड़ाई से अनुपालन करा रहा है। वहीं दूसरी तरफ ईंट भट्ठा पर लॉकडाउन बेअसर दिख रहा है।