आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस का हुआ आयोजन, बच्चों व गर्भवती महिलाओं को लगाया गया टीका
• बच्चों की देखभाल व नियमित टीकाकरण के फायदे पर हुई चर्चा
• महिलाओं को दी गयी परिवार नियोजन की जानकारी
• आयरन की गोली का हुआ नि:शुल्क वितरण
गोपालगंज। कोरोना संकटकाल में भी बच्चों व गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस की ओर से कई कार्यक्रम चलाये जा रहें है। इसी कड़ी में बुधवार के जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस का आयोजन किया गया। आरोग्य दिवस पर आने वाले बच्चों व गर्भवती महिलाओं को प्रतिरक्षित किया गया तथा नियमित टीकाकरण के महत्व पर चर्चा की गयी। एएनएम और आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा महिलाओं की काउंसलिंग भी की गयी। जिसमें नवजात शिशुओं के विशेष देखभाल पर जोर दिया गया। साथ हीं टीकाकरण स्थल पर आनेवाली महिलाओं को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी गयी तथा स्थाई व अस्थाई साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया गया। आंगनबाड़ी केंद्रों पर आनेवाली महिलाओं के बीच इच्छानुसार परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का नि:शुल्क वितरण भी किया गया।
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टीकाकरण से कई तरह की बीमारियों से होता है बचाव:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ शक्ति कुमार सिंह ने बताया कि शिशुओं व गर्भवती महिलाओं के रूटीन इम्यूनाइजेशन उन्हें कई तरह की बीमारियों से बचाता है। इनमें कई बीमारियां शामिल है। टीकाकरण से बच्चों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाता है ताकि उनके रोग से लड़ने की क्षमता विकसित हो सके। गर्भवती व नवजात को डिप्थीरिया से बचाने के लिए टीडी के दो टीके दिए जाते हैं। टीबी से बचाने के लिए बीसीजी, हेपेटाइटिस से बचाने के लिए हेप-बी, पोलियो से बचाव के लिए ओपीवी एवं आईपीवी, डिप्थीरिया, परट्यूसिस, टिटनेस, हेपेटाइटिस बी व हिमोफिलेस इंफ्लुएंजी से बचाव हेतु पेंटावेंट, डायरिया से बचाव हेतु रोटा वायरस का टीका, न्यूमोकोकस के संक्रमण से बचाव हेतु पीसीवी, खसरे व रुबेला से बचाव हेतु एमआर और जापानी बुखार से बचाव के लिए जेई का टीका लगाया जा रहा है।
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परिवार नियोजन के साधनों की दी गई जानकारी:
आरोग्य दिवस पर परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के बारे में जानकारी दी गई तथा स्थायी साधनों में महिला बंध्याकरण तथा पुरुष नसबंदी व अस्थायी साधनों में कॉपर टी, गर्भ-निरोधक गोली (माला-एम व माला-एन), कंडोम व इमरजेंसी कंट्रासेपटीव पिल्स के बारे में बताया गया। साथ ही नवीन गर्भनिरोधक ‘अंतरा व ‘छाया’ के इस्तेमाल पर ज़ोर दिया जा रहा है। ‘अंतरा’ गर्भ निरोधक इंजेक्शन का इस्तेमाल एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है। साल में इंजेक्शन का चार डोज दिया जाता है। वहीं ‘छाया’ गर्भ निरोधक एक साप्ताहिक टेबलेट है। इसे सप्ताह में एक बार सेवन करना होता है।
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा ख्याल:
टीकाकरण के दौरान सभी स्वास्थ्य कर्मियों लाभार्थियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षात्मक यथा: सभी स्तर पर व्यक्तिगत दूरी, कम से कम 6 फीट की दूरी, मुंह को ढक कर रखने, हाथ धोने एवं स्वास्थ्य संबंधित दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है।
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लाभार्थियों को आमंत्रित कर रहीं हैं आशा:
यूनिसेफ के जिला समन्वयक रूबी कुमारी ने बताया कि प्रत्येक टीकाकरण सत्र के पूर्व सभी लक्षित लाभार्थियों को टीकाकरण सत्र स्थल समय की सूचना आशा द्वारा दी जा रही है। लाभार्थियों को एक तय समय सारणी के अनुसार सत्र स्थल पर आने के लिए सूचित किया जा रहा है । ताकि किसी भी परिस्थिति में 5 से अधिक व्यक्ति एकत्र ना हो पाए। इसके साथ ही सत्र स्थल पर निश्चित दूरी पर घेरा का प्रतीक चिन्ह बना कर लाभार्थियों को रखा जा रहा है। लाभार्थियों लाभार्थी को लेकर आने वाले परिवार के सदस्य भी निश्चित रूप से अपने मुंह एवं नाक को कपड़े मास्क से ढककर आने के लिए प्रेरित कर रही है।