व्यवहार न्यायालय के वरीय अधिवक्ता रहे त्रिपुरारी शरण शर्मा की हत्या की घटना में नामजद तथा करीब तीन साल से फरार चल रहे आरोपित गोल्डेन कुमार उर्फ अभिनव अभिजीत ने पुलिस दबिश के बाद शुक्रवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में समर्पण कर दिया। समर्पण के बाद आरोपित को चौदह दिनों के न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार नगर थाना के हजियापुर मोहल्ले में गत तीस अगस्त 2015 को अधिवक्ता त्रिपुरारी शरण शर्मा उर्फ टीएस शर्मा के आवास पर पहुंचे अपराधियों ने उन्हें घर से बाहर बुलाया। जैसे ही वे घर से बाहर निकले अपराधियों ने उन्हें गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इलाज के लिए सदर अस्पताल लाए जाने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। इलाज के क्रम में टीएस शर्मा की मौत हो गई। घटना को लेकर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में अन्य अपराधियों के साथ नगर थाना के हजियापुर वार्ड नंबर नौ निवासी गोल्डेन कुमार उर्फ अभिनव अभिजीत को भी आरोपित बनाया गया था। लेकिन घटना के समय से ही यह आरोपित फरार था। पुलिस ने इस आरोपित की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया। लेकिन इसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पुलिस के लगातार बढ़ते दबाव के बीच उसने शुक्रवार को सीजेएम के न्यायालय में समर्पण कर दिया।