कुचायकोट थाना में जब्त शराब की खरीद बिक्री करने के मामले में फरार बब्लू सिंह को हरियाणा के रोहतक में गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसे अपने साथ लेकर जिले में पहुंची। जिला में लाने के बाद पूछताछ के दौरान गिरफ्तार शराब माफिया ने कुचायकोट थाना में जब्त शराब की खरीद-बिक्री को ले पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष कई राज खोल दिए हैं। इस मामले का राज खुलने से फरार चल रहे तत्कालीन कुचायकोट थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह के खिलाफ कानून का शिकंजा और कस सकता है।
बीते दो अगस्त की रात कुचायकोट थाना में जब्त शराब को एक पिकअप पर लाद कर बाहर सप्लाई करने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद पटना से पहुंची मद्य निषेध विभाग की टीम ने कुचायकोट थाना में जब्त शराब की जांच पड़ताल की। जांच में जब्त शराब के स्टॉक में काफी अनियमितता पाई गई। यह मामला उजागर होने के बाद थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह थाना से फरार हो गए थे। जिन्हें बाद में निलंबित कर दिया गया। इसी मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष रितेश सिंह सहित चार पुलिसकर्मी के अलावे उचकागांव थाना क्षेत्र के श्यामपुर निवासी बब्लू सिंह, नगर थाना क्षेत्र के चैनपट्टी गांव के समीप स्थित होटल के संचालक सोनू सिंह व राहुल सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
बताया जाता है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बब्लू सिंह तथा राहुल सिंह हरियाणा भाग गए। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि बब्लू सिंह हरियाणा में रख बिहार में शराब की तस्करी कर रहा है। इस सूचना के आधार पर हरियाणा गई पुलिस टीम ने रोहतक से बब्लू सिंह को आठ लाख रुपया तथा एक स्कार्पियो के साथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार कर जिले में लाने के बाद एसडीपीओ नरेश पासवान व मुख्यालय डीएसपी संतोष कुमार उसे पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो पूछताछ के दौरान आरोपित बब्लू सिंह ने कुचायकोट थाना में जब्त शराब की खरीद बिक्री को लेकर कई राज खोल दिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुचायकोट थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह का संपर्क नगर थाना क्षेत्र के चैनपट्टी गांव के समीप स्थित होटल संचालक सोनू सिंह व राहुल सिंह के साथ हुआ था। सोनू सिंह व राहुल सिंह के संपर्क होने के बाद इन दोनों ने शराब की तस्करी का खेल शुरू किया। बाद इस खेल में बब्लू सिंह भी शामिल हो गया। बब्लू सिंह के इस खेल में शामिल होने के बाद थाना में जब्त शराब की बाहर सप्लाई करने के साथ ही हरियाणा से बिहार में शराब की व्यापक पैमाने पर तस्करी की जाने लगी। पुलिस सूत्रों अनुसार करीब आठ महीने तक थाना में जब्त शराब की खरीद बिक्री करने का खेल चलता रहा। इस बीच किसी ने थाना में जब्त शराब बाहर सप्लाई किए जाने का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद इस खेल का भंड़ाफोड़ हो गया।
पुलिस की पहुंच से दूर है आरोपित निलंबित थानाध्यक्ष:
थाना में जब्त शराब की बाहर सप्लाई करने के मामले में निलंबित तत्कालीन थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह प्राथमिकी दर्ज होने के करीब 23 दिन बाद भी पुलिस की पहुंच से दूर है। हालांकि फरार निलंबित थानाध्यक्ष को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम पटना सहित कई जिलों में छापेमारी अभियान चला रही है। लेकिन उसके बाद भी निलंबित थानाध्यक्ष का सुराग पुलिस को अब तक नहीं लग सका है।