कुचायकोट थाना क्षेत्र के सिरिसिया गांव से चार दिन अपहृत 17 वर्षीय किशोर का शव पुलिस ने सिवान जिले के लकड़ी नवीगंज स्थित नदी से बरामद किया। किशोर की हत्या के बाद शव को नदी में फेंक दिया गया था। चार दिन पूर्व ही गायब किशोर के परिवार के सदस्यों ने कुचायकोट थाने में युवक का अपहरण करने तथा हत्या की आशंका को लेकर लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
बताया जाता है कि कुचायकोट थाना क्षेत्र के सिरिसिया गांव निवासी चंद्रिका चौधरी का 16 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार को कुछ लोग उसके गांव से गत 25 जुलाई को बुलाकर ले गए। उसे साथ बुलाकर ले जाने वाले लोग एक कार में सवार थे। इस बात की जानकारी होने के बाद सोनू कुमार के परिजनों ने कुचायकोट थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह को इसकी जानकारी दी। परिजनों ने उसका हत्या की नियत से अपहरण करने का आरोप लगाया। अभी पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल कर ही रही थी कि मंगलवार की सुबह परिजनों को सूचना मिली की सिवान जिले के लकड़ी नबीगंज ओपी क्षेत्र के दमछो काली मंदिर के पीछे नदी में सोनू कुमार का शव मिला है। इसकी जानकारी होने के बाद परिजन जैसे ही शव के पास पहुंचे तो परिजन शव की स्थिति देखकर चीखने व चिल्लाने लगे। मृतक का भाई भोला चौधरी ने बताया कि सोनू को अगवा करने के बाद उसकी हत्या करने के बाद शरीर पर तेजाब फेंका गया है। ताकि मृत किशोर के शव पहचान में नही हो सके। भोला चौधरी ने कुचायकोट थाने की पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने पांच दिन बीत जाने के बाद भी इस मामले में किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की। अगर पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर उसकी तलाश करने में जुटी होती तो उसकी हत्या नही होती।
सोनू चौधरी के अगवा होने की सूचना परिजनों के दी थी। परिजनों से थाने पर बुलाकर भी बात किया गया तो परिजनों पैसे का विवाद होने की आशंका व्यक्त की। लेकिन परिजनों ने किसी भी प्रकार का कोई लिखित शिकायत थाने में नहीं दी। अगर आवेदन मिला रहता तो पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल जरूर करती।