जिले में आखिरकार मानसून सक्रिय हो गया। सोमवार की रात शुरू हुई बारिश मंगलवार को पूरे दिन होती रही। इस दौरान आसमान में उमड़ रहे बदरा झूम कर बरसे। कभी रुक-रुक तो कभी जोरदार बारिश से शहर पानी-पानी हो गया। सड़कें जलमग्न हो गईं। कलेक्ट्रेट परिसर, न्यायालय परिसर से लेकर सदर अस्पताल परिसर सहित कई कार्यालयों के परिसर में जलजमाव होने से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। शहर का मिज स्टेडियम पथ तालाब में तब्दील हो गया है।
पिछले पांच दिनों से आसमान में उमड़ रहे बादल मानसून आने का संकेत दे रहे थे। लेकिन आसमान में उमड़ रहे बादल बिन बरसे उड़ जा रहे थे। इसी बीच रविवार को हल्की बारिश हुई। सोमवार को भी बूंदाबंदी हुई। फिर से घूप निकल गई। पूरे दिन धूप निकलने के बाद देर शाम आसमान में फिर से घनघोर बादल छाने लगे। रात नौ बजे से बारिश शुरू हो गई। पूरी रात कभी रुक रुक कर तो कभी जोरदार बारिश होती रही। मंगलवार को भी पूरे दिन आसमान में बादल छाए बदरा झूम कर बरसते रहे। जिसे गर्मी से लोगों को राहत मिली। मौसम सुहावना बना रहा। लेकिन बदरा के झूम कर बरसने से शहर पानी-पानी हो गया। शहर का मिज स्टेडियम पथ तालाब में तब्दील हो गया। थाना चौक, सिनेमा रोड,जादोपुर रोड, टेलीफोन एक्सचेंज पथ जलमग्न हो गईं। पूरे दिन हुई बारिश से कलेक्ट्रेट परिसर, सदर अस्पताल परिसर, शिक्षा विभाग कार्यालय परिसर, न्यायालय परिसर, राजेंद्र बस स्टैंड जलजमाव की चपेट में आ गए। शहर के इंद्रपुरी मोहल्ला सहित कई मोहल्ले में सड़कों पर पानी बहने लगा। जिससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
बरौली तथा मीरगंज नगर में कई मोहल्लों में घरों में घुसा पानी:
सोमवार से शुरू हुई बारिश मंगलवार को भी पूरे दिन होती रही। जिससे शहर के साथ ही कस्बाई इलाकों की सड़कें जलमग्न हो गईं। बरौली नगर पंचायत तथा मीरगंज नगर पंचायत के कई मोहल्लों में बारिश का पानी घरों में घुस जाने से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बरौली नगर के वार्ड नौ में बारिश का पानी घुरों में घुसने से आक्रोशित लोग आपस में उलझ गए। जिसकी जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे वार्ड पार्षद सुरेंद्र पटवा ने इसकी सूचना पुलिस को दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा कर शांत कराया। लोगों के शांत होने के बाद पुलिस ने कुदाल मंगवा कर लोगों के सहयोग से मिट्टी खुदवाकर जलनिकासी की व्यवस्था किया। पूरे दिन बारिश होने से मीरगंज नगर में मरछीया देवी चौक, हथुआ मोड, जेपी चौक, दलहट्टी, सब्जी बाजार की सड़कें जलमग्न हो गई हैं। जेपी चौक, दलहट्टी मोहल्ले मे कई घरों में पानी घुस जाने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। झीरवा-मीरगंज पथ पर नारायणपुर रेलसे अंडर पास में पानी भर जाने से आवागमन बाधित हो गया है। हथुआ में अनुमंडलीय अस्पताल मोड़, हथुआ बाजार की मुख्य सड़क पर घुटने भर पानी भर जाने से राहगीर पूरे दिन परेशानी झेलते रहे। मांझा प्रखंड मुख्यालय में माध्व उच्च विद्यालय परिसर, केशव पुस्तकालय, पशु अस्पताल परिसर में पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
बारिश से खेतों की बुझी प्यास, धान की रोपनी में जुटे किसान:
सोमवार की रात से शुरू बारिश मंगलवार को पूरे दिन होने से खेतों की प्यास बुझ गई। इस बारिश के बाद धान की रोपनी में तेजी आ गई है। किसान धान की रोपनी करने में जुट गए है। हालांकि मानसून देर से सक्रिय होने से अभी मात्र 20 प्रतिशत की धान के बिचड़े तैयार हो जाए हैं। बिचड़े तैयार नहीं होने को देखते हुए अब कृषि विभाग शीघ्र तैयार होने वाले धान के प्रभेद को सीधे बुआई करने की सलाह किसानों को दे रहा है। जिला कृषि पदाधिकारी वेदनारायण सिंह ने बताया कि अभी तक महत पांच प्रतशित धान की रोपनी हो पाई है। कम वर्षा के कारण किसान समय से बिचड़ा नहीं गिरा सके हैं। जिसे देखते हुए किसानों को कम अवधि में अच्छी उपज देने वाले धान के प्रभेद की खेती करनी चाहिए।