मांझा प्रखंड के मधुसरेया गांव में जॉडिस से पीड़ित एक बच्ची का इलाज अब शुरू हो गया है। गरीबी के कारण इस बच्ची के माता-पिता इसका इलाज नहीं करा पा रहे थे। जिससे बच्ची की हालत बिगड़ती जा रही थी। इसी बीच बीडीओ वेदप्रकाश को गरीबी के कारण बच्ची का इलाज नहीं करा पाने की जानकारी हुई। जानकारी मिलने के बाद बीडीओ चिकित्सकों के साथ मधुसरेया गांव पहुंच गए। चिकित्सकों ने बच्ची की जांच करने के बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
बताया जात है कि मधुसरेया गांव निवासी ज्योति देवी के पती की मौत हो चुकी है। ज्योति देवी मेहनत मजदूरी कर अपने बच्चों का पवरिश करती हैं। इस बीच इनकी पुत्री सबिता कुमारी जॉडिस से पीड़ित हो गई। लेकिन गरीबी के कारण मां बच्ची का इलाज नहीं करा पा रही थीं। जिससे बच्ची ही हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ने लगी। बताया जाता है कि इसी बीच किसी युवक ने बच्ची की तस्वीर के साथ गरीबी के कारण इलाज नहीं करा पाने की सूचना सोसल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। सोशल मीडिया से जानकारी मिलने पर मंगलवार को बीडीआ वेदप्रकाश चिकत्सकों के साथ मधुसरेय गांव पहुंचे। चिकत्सकों ने बच्ची की जांच कर उसे सदर अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। जिससे बच्ची का इलाज शुरू हो गया। बच्ची के परिवार की आर्थिक हालत खस्ता देख बीडीओ ने बच्ची की मां को अपनी तरफ से रुपया देकर मदद भी किया।
आयुष्मान भारत योजना का नहीं मिला रहा लाभ:
मधुसरेया गांव निवासी ज्योति देवी गरीबी रेखा से नीचे हैं। ये मेहनत मजदूर कर अपने परिवार का भर पोषण करती हैं। लेकिन इस परिवार को अभी आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। जॉडिस से पीड़ित बच्ची का इलाज कराने के लिए चिकत्सकों के साथ मधुसरेया गांव पहुंचे बीडीओ को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिलने की जानकारी ग्रामीणों ने दिया। जिस पर बीडीओ ने चिकित्सा प्रभारी को इ स परिवार का आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने का निर्देश दिया।