भोरे थाना क्षेत्र के खजुराहां स्थित निर्माणाधीन पेट्रोप पंप के समीप व्यवसायी रामाश्रय सिंह कुशवाहा की हत्या के बाद दो दिनों को हल्ला हंगामा व बाजार के बंद रहने के बाद शनिवार को माहौल शांत हो गया। शनिवार की सुबह छह बजे से ही बाजार की दुकानें खुल गईं। दिन चढ़ने के बाद बाजार में लोगों की भीड़ भी दिखी। बावजूद इसके पुलिस ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा प्रबंध में किसी भी तरह की कोताही नहीं दिखाई। चौक-चौराहों पर सुबह से ही जवान व पुलिस पदाधिकारी तैनात दिखे।
गुरुवार को भोरे बाजार के बड़े व्यवसायी रामाश्रय सिंह कुशवाहा की बाइक पर सवार होकर पहुंचे छह अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने गुरुवार को बाजार बंद करा दिया। बंद को बाजार के व्यवसायियों ने भी मौन समर्थन दिया। शुक्रवार को भी पूरे दिन बाजार की दुकानें बंद रही। शुक्रवार को व्यवसायी के शव का अंतिम संस्कार होने के बाद इस मामले में व्यवसायी के भाई हरिनारायण सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद लोगों का गुस्सा कुछ कम हुआ। शनिवार की तड़के से ही बाजार की दुकानें खुलने लगी और भोरे बाजार के लोगों की दिनचर्या वापस पटरी पर लौट गई।
घटना के बाद दिख रहा लोगों में खौफ:
भोरे बाजार के समीप हुई व्यवसायी की दिनदहाड़े हत्या की घटना के बाद भले ही शनिवार को बाजार की दुकानें खुल गई। लेकिन लोगों में घटना के बाद पैदा हुआ खौफ लगातार कायम रहा। शनिवार को भी बाजार के आम लोगों में हत्याकांड की चर्चा जोरों पर रही। साथ ही इस हत्याकांड में नौ लोगों को आरोपित बनाए जाने को लेकर भी चर्चा चलती रही।
आरोपित की टोह में यूपी व सिवान जिले में हुई छापेमारी:
व्यवसायी रामाश्रय सिंह कुशवाहा की हत्या के बाद पुलिस अधीक्षक राशिद जमा के निर्देश पर हथुआ एसडीपीओ के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है। विशेष टीम के सदस्यों ने हत्याकांड में नामजद आरोपित की गिरफ्तारी के लिए यूपी व बिहार के करीब दो दर्जन स्थानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान पुलिस के हत्थे कोई भी आरोपित नहीं चढ़ सका।