अब थावे-गोरखपुर रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलेंगी। इस रेलखंड का विद्युतीकरण करने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। काम पूरा होने के बाद रेल विभाग के पीआरएस इस रेलखंड का निरीक्षण करेंगे। उनसे हरी झंडी मिलने के बाद इस रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही अभी सिवान-गोरखपुर रुट से गुजरने वाली बिहार संपर्क क्रांति सहित कई ट्रेनों का इस रेलखंड से होकर गुजरने का रास्ता साफ हो जाएगा। जिले वासियों की लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ने के लिए सिवान या गोरखपुर नहीं जाना पड़ेगा।
थावे-गोरखपुर रेलखंड का मीटर गेज से ब्राड ग्रज में अमान परिवर्तन होने के बाद इस रुट से लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन होने की जिलेवासियों को उम्मीद थी। लेकिन यह उम्मीद पूरी नहीं हो सकी। हालांकि निवर्तमान सांसद जनक राम की पहल पर रेल मंत्री ने इस रेलखंड से बिहार संपर्क क्रांति सहित अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन का आश्वासन दिया था। लेकिन रेल विभाग के अनुसार इस रुट का विद्युतीकरण नहीं होने से इन ट्रेनों का परिचालन इस रेलखंड से नहीं हो सका। इसी बीच दो साल पहले इस रेलखंड का विद्युतीकरण करने का काम शुरू किया गया। अब विद्युतीकरण का काम अंतिम चरण में है। गोरखपुर से थावे जंक्शन तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है। थावे जंक्शन के यार्ड में विद्युतीकरण करने का काम चल रहा है। बुधवार के भी गोरखपुर से आई वायरिग ट्रेन के माध्यम से वायरिग करने का काम चल रहा था। इस महीने के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा। काम पूरा होने के बाद पीआरएस इस रेलखंड का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद इस रेलखंड से इलेक्ट्रिक ट्रेनों के परिचालन का रास्ता साफ हो जाएगा।
गोरखपुर से थावे तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है। थावे जंक्शन के यार्ड का विद्युतीकरण का काम चल रहा है। इस महीने के अंत तक विद्युतीकरण का काम पूरा होने की उम्मीद है। विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद जल्द ही इस रूट से इलेक्ट्रिक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा।
उमेशचंद्र मिश्रा, स्टेशन मास्टर, थावे जंक्शन