नगर थाना क्षेत्र के कोन्हवां गांव में शुक्रवार को अपने घर में सो रहे एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इस वारदात के बाद मृतक का बड़ा भाई घर से फरार हो गया है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को हथियार भी नहीं मिला। जिससे शक की सूई मृतक के बड़े भाई की तरफ घूम रही है। हालांकि परिजन युवक के खुद गोली मार कर हत्या कर लेने की बात कह रहे हैं। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
बताया जाता है कि कोन्हवां गांव निवासी दरोगा ओझा का बड़ा पुत्र रंजय ओझा तथा छोटा पुत्र सचिन ओझा के बीच गुरुवार की रात खाना खाने को लेकर विवाद हो गया। इस विवाद के बाद दोनों भाई लाठी-डंडा से आपस में मारपीट करने लगे। जिसे देखकर झगड़ा छुड़ाने गए दरोगा ओझा घायल हो गए। इस बीच सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस दोनों भाइयों को पकड़ कर थाना ले आई। हालांकि बाद में थाना पहुंचे रिश्तेदारों ने आपसी समझौता करने की बात कह दोनों को घर लेकर चले गए। इस घटना के बाद शुक्रवार की सुबह झगड़ा छुड़ाने में घायल हुए दरोगा ओझा को उनके सबसे छोटे पुत्र गुड्डू ओझा इलाज के लिए अस्पताल लेकर चले गए। इसके कुछ देर बाद ही इन्हें घर वालों ने सूचना दिया कि घर में सो रहे सचिन ओझा की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। इस वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। लेकिन घटनास्थल पर पुलिस को हथियार नहीं मिला। बड़ा भाई रंजय ओझा भी घर से फरार था। जिससे शक की सूई उसकी तरफ घूम रही है। हालांकि परिजन गोली मारकर आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं। युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज कर पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
एक सप्ताह पूर्व विदेश से आया था सचिन:
नगर थाना क्षेत्र के कोन्हवां गांव निवासी दरोगा ओझा के चार पुत्र थे। सबसे बड़ा पुत्र रंजय ओझा गांव में रहकर खेती बाड़ी करता है। उससे छोटा सचिन ओझा तथा एक और भाई खाड़ी देश में काम करते थे। सबसे छोटा गुड्डू कुमार घर पर रहकर पढ़ाई करता है। गांव के लोगों ने बताया कि सचिन ओझा 28 मार्च को विदेश से अपने घर लौटा था। इसी बीच गुरुवार की रात बड़े भाई रंजन ओझा तथा सचिन ओझा में खाना खाने को लेकर विवाद हो गया। जिस पर दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। इस घटना के बाद शुक्रवार को अपने कमरे में सो रहे सचिन की गोली मार कर हत्या कर दी गई।
आत्महत्या व हत्या में उलझी हुई है पुलिस:
सचिन ओझा ने खुद गोली मार कर आत्महत्या की या उसकी गोली मार कर हत्या की गई, इसको लेकर पुलिस उलझी हुई है। परिजन गोली मार कर आत्महत्या कर लेने की बात कह रहे हैं। लेकिन बड़े भाई रंजय ओझा का घर से फरार हो जाना तथा मौके से हथियार नहीं मिला सचिन ओझा की गोली मार कर हत्या करने की तरफ इशारा कर रहे हैं। सचिन को गोली माथे पर लगी है तथा गोली साइड से पार हो गई है। अगर सचिन ने गोली मार कर आत्महत्या की थी तो गोली सिर के पीछे से पार होती। मौके पर हथियार भी मिलना चाहिए था। परिजन भी हथियार के बारे में कुछ बता नहीं पा रहे हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने बताया कि मौके से हथियार नहीं मिलने से यह हत्या करने का मामला लग रहा है। अभी परिजनों ने अपना बयान दर्ज नहीं कराया है। मामले की गहराई से जांच पड़ताल की जा रही है।