शहर के बंजारी बस स्टैंड में बस स्टैंड के शुल्क के विवाद को लेकर दो गुट के लोग भिड़ गए। इस दौरान तोड़फोड़ करते हुए बस स्टैंड के काउंटर और वहां खड़ी एक बस को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस दौरान लाठी-डंडे से दोनों पक्ष के बीच हुई मारपीट में छह लोग घायल हो गए। घायलों में एक पक्ष के चार और दूसरे पक्ष के दो लोग शामिल हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां दो घायलों की हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पाया। पुलिस दोनों पक्ष के लोगों का बयान दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है। बताया जाता है कि शहर के बंजारी बस स्टैंड में शाही बस सर्विस के कर्मी से बस स्टैंड संचालक के कर्मियों से स्टैंड शुल्क को लेकर विवाद हो गया। देखते ही देखते दोनों पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए। मारपीट की जानकारी मिलने पर शाही बस सर्विस के मालिक अमरेश शाही अपने दर्जनों समर्थकों के साथ बस स्टैंड पहुंच गए। एक पक्ष के लोगों ने बस स्टैंड में तोड़फोड़ करते हुए काउंटर तोड़ दिया। वहीं दूसरे पक्ष ने एक बस को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडे चलने लगे। मारपीट में एक पक्ष के नरेंद्र सिंह, संतोष सिंह, गुड्डू सिंह व प्रकाश सिंह तथा दूसरे पक्ष के बस मालिक अमरेश शाही के पुत्र मुकेश शाही व नवीन कुमार घायल हो गए। इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पाकर सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां घायल नरेंद्र सिंह तथा गुड्डू सिंह की हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने इन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया।
घटना के बाद सदर अस्पताल में जमकर हुआ बवाल : बंजारी बस स्टैंड में मारपीट में घायल युवक छह लोगों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की सूचना मिलने पर बस स्टैंड के संचालक जिला परिषद सदस्य सुभाष सिंह के गांव भीतभेरवां से काफी संख्या में ग्रामीण सदर अस्पताल पहुंचे। आक्रोशित ग्रामीण बस मालिक अमरेश शाही की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सदर अस्पताल में हंगामा करने लगे। हंगामा की बीच ही बस मालिक अमरेश शाही मारपीट में घायल अपने पुत्र लेकर इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे जिसे देखकर ग्रामीण और उग्र हो गए। हालांकि इसी बीच मौके पर मौजूद पुलिस के जवानों ने बस मालिक को अपने घेरे में ले लिया। उन्हें साथ लेकर उनके घायल पुत्र का इलाज करने के लिए पुलिस एक निजी अस्तपाल लेकर चली गई। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।
पुलिस की मौजूदगी में जमकर चले लाठी-डंडे :
शहर के बंजारी बस स्टैंड में दो गुटों में हुई नोंकझोंक की सूचना मिलते ही प्रभारी थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र ने गश्त पर निकली पुलिस को बंजारी मोड़ पर पहुंच कर स्थिति पर नियंत्रण पाने का निर्देश दिया। इस निर्देश के बाद गश्ती पुलिस मौके पर पहुंच गई। लेकिन पुलिस के समाने ही दोनों गुट के लोग एक दूसरे प लाठी चलाते रहे। इस घटना के बाद बस स्टैंड के कर्मियों ने आरोप लगाया कि पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की जगग मूकदर्शक बनी रही तथा स्थिति बिगड़ने पर वहां से गश्ती पुलिस चली गई।