शुक्रवार की रात अपने घर से एक तिलक समारोह के लिए निकले एक फर्नीचर व्यवसायी का मांझा थाना क्षेत्र के बहोरा हाता गांव के समीप शनिवार की सुबह एक नाले में शव मिलने से सनसनी फैल गई। लोगों से सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने व्यवसायी के शव को नाले से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। घर से निकले व्यवसायी के लघुशंका के दौरान नाले में गिरने से मौत होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि लोगों के बीच व्यवसायी के शराब के नशे में होने को लेकर भी चर्चाएं हो रही हैं। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। बताया जाता है कि प्रखंड मुख्यालय मांझा के नई बाजार निवासी गणेश प्रसाद के पुत्र 35 वर्षीय राजू गुप्ता बाजार में ही स्थित फर्नीचर की दुकान चलाते थे। शुक्रवार की रात राजू गुप्ता किसी शादी समारोह में गए थे। शादी समारोह से आधी रात को वे वापस घर लौटे। घर लौटने के कुछ देर बाद राजू गुप्ता एक तिलक समारोह में जाने की बात कर फिर घर से निकल गए जिस पर परिजनों ने उन्हें रोका भी लेकिन वे नहीं माने। बताया जाता है कि शनिवार की सुबह व्यवसायी के घर नहीं लौटने पर घर वालों की चिता बढ़ गई और वे लोग उनकी खोजबीन करने में लग गए। इसी बीच सूचना मिली कि बहोरा हाता गांव के समीप एक नाले में राजू गुप्ता का शव पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे परिजन ने मृतक की शिनाख्त की। शव की शिनाख्त होने के बाद स्थानीय मुखिया ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने व्यवसायी का शव कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। व्यवसायी का शव नाले में मिलने को लेकर ग्रामीणों के बीच चर्चा का बाजार गर्म है। यह आशंका जताई जा रही है कि लघुशंका के दौरान व्यवसायी नाले में गिर गए होंगे जिससे पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई। हालांकि ग्रामीण व्यवसायी के शराब के नशे में होने को लेकर भी आशंका जता रहे हैं। लेकिन पुलिस इससे इन्कार कर रही है। थानाध्यक्ष छोटन कुमार ने बताया कि शव को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नाले में गिरने से व्यवसायी की मौत हुई है। परिजनों का बयान दर्ज कर मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। इधर व्यवसायी की मौत से नई बाजार का माहौल गमगीन हो गया है। मृतक की पत्नी पुष्पा देवी रोकर बार-बार बेसुध हो जा रही हैं। मृतक अपने पीछे दो पुत्र अमन कुमार व बिट्टू कुमार तथा एक पुत्री राजनंदनी को छोड़ गए हैं। सात वर्षीय पुत्रअमन कुमार ने रोते हुए बताया कि जब उसके पिताजी आधी रात को घर से निकले तो मां के कहने पर उन्हें बुलाने के लिए निकला था। लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास पिता ने उसे घर भगा दिया।