शहर के हनुमानगढ़ी मोहल्ले में बुधवार की देर शाम महज पांच सौ रुपये के लिए व्यवसायी रवि कुमार की हत्या कर दी गयी. दुकान पर पहुंचे आरोपितों ने गैस चूल्हे का पैसा देने से इन्कार कर दिया था, लेकिन रवि लेने के लिए अड़ा था. मृतक का भाई जितेंद्र कुमार भी दुकान पर था.
दोनों भाइयों ने बिना पैसा दिये चूल्हा लेकर जाने का विरोध किया. इसके बाद मनीष कुमार और इसके पिता गणेश प्रसाद ने दुकान से खींच कर रवि की चाकू घोंप कर हत्या कर दी. वारदात के दौरान बचाने आये भाई पर भी हमला करने की कोशिश की गयी, लेकिन वह बाल-बाल बच गया. हत्या के दौरान चार आरोपित शामिल थे.
उधर, वारदात में संलिप्त आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने पर नाराज मुहल्लावासियों ने हंगामा शुरू कर दिया. पोस्टमार्टम कराने के बाद शव पहुंचते ही प्रदर्शन शुरू कर दिया गया. पुलिस के खिलाफ लोगों ने नारेबाजी की. करीब सात घंटे तक हनुमानगढ़ी मोहल्ले की सड़क आंदोलन में तब्दील रही. मौके पर पहुंचे नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार को भी लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. नगर पर्षद के चेयरमैन हरेंद्र चौधरी ने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया.
बचपन में छिन गया था मां-बाप का सहारा :
22 वर्षीय व्यवसायी रवि कुमार गरीब परिवार से आते थे. बचपन में उनके मां-बाप दुनिया छोड़ गये थे. मां-बाप का सहारा छिन जाने के बाद चाचा ने पालन-पोषण कर बड़ा किया. उसने अपने पैरों पर खड़े होने के लिए गैस रिफिलिंग और बर्तन की दुकान खोल ली. क्या पता था कि यह व्यवसाय एक दिन जान ले लेगा. हत्या से पूरा परिवार टूट चुका है. आसपास के लोग गम और गुस्से में थे.