कृमि नाशक दवा अल्बेंडाजोल की गोली खाने के बाद प्रखंड क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में एक बच्ची की मौत हो गई जबकि 19 बच्चे बीमार हो गए। सिविल सर्जन के अनुसार अल्बेंडाजोल की गोली बच्ची के गले में फंसने के कारण उसकी मौत हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होने की संभावना है। हालांकि बीमार बच्चों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। दवा खाने के बाद बच्ची की मौत की खबर आने के बाद अचानक जजवलिया गांव के लोग उग्र हो गए तथा सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच गांव में घंटों अफरातफरी की स्थिति मची रही।
जानकारी के अनुसार सोमवार को प्रखंड के जजवलिया आंगनबाड़ी केन्द्र पर आंगनबाड़ी सेविका ने बच्चों को कृमि नाशक दवा अल्बेंडाजोल का टेबलेट वितरित किया। दवा लेकर जजवलिया गांव की अंकिता की मां अपने घर पहुंची तथा अपनी बेटी अंकिता को टेबलेट खिलाया। दवा खाने के बाद अचानक अंकिता की सांस उखड़ने लगी और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्र से बच्ची की मां ने जब अल्बेंडाजोल की गोली ली थी तब उसे निर्देश दिया गया था कि बच्ची को गोली तोड़कर खिलानी है। बावजूद इसके उसने पूरी गोली एक साथ बच्ची को खिला दी। जिससे गोली बच्ची के गले में फंस गया और उसकी सांस उखड़ने लगी।
बच्ची की मौत होने के कुछ ही देर बाद पूरे गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई और लागों की भीड़ अंकिता कुमारी के दरवाजे पर जमा होने लगी। दवा खाने के बाद बच्ची की मौत के विरोध में उग्र ग्रामीण बच्ची के शव को साथ लेकर सड़क पर उतर गए तथा मुख्य पथ को जाम कर प्रदर्शन करने लगे। सड़क जाम होने के कारण प्रखंड मुख्यालय को यूपी से जोड़ने वाली सड़क पर काफी देर तक आवागमन बाधित हुआ। सड़क जाम की सूचना मिलने के बाद विजयीपुर थानाध्यक्ष अब्दुल मजीद, बीडीओ अंजू कुमारी, सीओ राहुल कुमार मौके पर पहुंच गए तथा उग्र ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। उधर प्रखंड क्षेत्र के महेशपुर गांव में आंगनबाड़ी केंद्र पर अल्बेंडाजोल की दवा खिलाने के बाद गांव के 19 बच्चे बीमार पड़ गए। उल्टी, दस्त तथा अन्य शिकायतों के बाद इन बच्चों को तत्काल इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। बीमार बच्चों में सिपी कुमारी, सोनू कुमार, आंचल कुमारी, छोटी कुमारी, सत्या कुमार, रकी कुमार, पवन कुमार, पंकज कुमार, दीपक कुमार, किशन कुमार,अरुण कुमार, अनुराग कुमार, राज कुमार आदि शामिल हैं। दवा खाने के बाद बच्चों के बीमार होने की सूचना मिलने के बाद सोमवार की शाम सीएस डॉक्टर एके चौधरी ने भी मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी प्राप्त की।
गले में अल्बेंडाजोल की गोली फंसने से हुई बच्ची की मौत
विजयीपुर के जलवलिया में अल्बेंडाजोल की गोली गले में फंसने के कारण बच्ची की मौत हुई है। आंगनबाड़ी केंद्र से बच्ची की मां ने अल्बेंडाजोल की एक गोली ली थी। केंद्र पर उसे निर्देश दिया गया था कि बच्ची को गोली तोड़कर खिलानी है। बावजूद इसके उसने पूरी गोली एक साथ बच्ची को खिला दी। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। जिससे पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
अल्बेंडाजोल की गोली खाने से नहीं हो सकती मौत
डॉक्टर एके चौधरी सिविल सर्जन
अल्बेंडाजोल की गोली खाने से किसी भी बच्चे की मौत नहीं हो सकती है। हां, गोली गले में फंसने या किसी और कारण से सांस घुटने की स्थिति मे मौत हो सकती है।
डॉ.शक्ति सिंह, सदर अस्पताल