एक युवक ने भोरे में एक विधवा को पहले अपने प्रेमजाल में फंसाया, फिर शारीरिक संबंध बनाये और बाद में झूठी शादी रचा ली. फिर महिला की जिद पर उसे अपने घर लाया और मारपीट कर बेघर कर दिया. इसके बाद पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत भोरे थाने में की. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बेवफा आशिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और अन्य आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर रही है. बताया जाता है कि विजयीपुर थाने के सुदामाचक गांव की सिंधु की शादी वर्ष 2009 में विजयीपुर के सुनील सिंह के साथ हुई थी.
शादी के तीन साल बाद यानी वर्ष 2012 में सुनील सिंह की बीमारी के कारण मौत हो गयी और सिंधु विधवा हो गयी. वर्ष 2017 में विजयीपुर थाने के धोबवल निवासी पारस भगत विधवा सिंधु के घर गये और अपने रिश्तेदार भोरे थाने के रामपुर परिवद्ध निवासी जयराम कुशवाहा के साथ शादी का प्रस्ताव रखे. जयराम और उसके घर वालों ने सिंधु को देखा. जयराम को सिंधु पसंद भी आ गयी, लेकिन जयराम के घरवालों ने दहेज को लेकर शादी से इन्कार कर दिया. इधर, जयराम और सिंधु का लगातार संपर्क होता रहा.
दोनों में नजदीकियां बढ़ीं. जयराम शादी करने की बात कहकर सिंधु को दिल्ली लेकर चला गया, जहां शादी का झांसा देकर लगातार उसका यौनशोषण करता रहा. शादी का दवाब बढ़ने लगा तो वह एक नवंबर, 2017 को सिंधु को लेकर गोपालगंज न्यायालय आया और एक शपथपत्र बनवाकर सिंधु को शादी कर लेने की बात बतायी. फिर दोनों वापस दिल्ली चले गये. वहां दोनों पति-पत्नी की तरह रहने लगे. इधर, सिंधु लगातार जयराम पर अपने घर ले चलने का दवाब बनाने लगी. 23 फरवरी को दोनों भोरे थाने के रामपुर परिवद्ध गांव में आ गये. उसी दिन परिवार के सदस्यों ने दहेज की मांग करते हुए बेरहमी से पिटाई कर सिंधु को घर से बाहर निकाल दिया. इसके बाद इलाज कराने भोरे रेफरल अस्पताल में पहुंची सिंधु ने अपनी आपबीती पुलिस को सुनायी. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली. वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए जयराम कुशवाहा को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया.
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